उत्तर प्रदेशराज्य

अपनों को खो चुके नाबालिगों की मदद

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना जैसी भयावह बीमारी में अपनों को खो चुके नाबालिगों को अब सरकारी मदद मिल रही हैं। मथुरा में प्रशासन ने ऐसे नौ नाबालिग बच्चों का चयन किया है, जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया। प्रशासन इनकी पहचान गोपनीय रखेगा।

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पीएम केयर फंड से मिलेगी मदद

कोरोना महामारी ने इस तरह की भयावहता दिखाई कि इसमें लाखों लोग काल के गाल में समा गए। इन लोगों में कई ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने माता पिता को खो दिया। यह मासूम जिंदगी सकून से जी सकें, इसके लिए सरकार अब आर्थिक मदद कर रही है। पीएम केयर फंड से ऐसे नाबालिगों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।

सुरक्षा के नजरिये से पहचान रखी जाएगी गोपनीय

दस-दस लाख रुपए की बड़ी रकम मिलने के कारण मासूमों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसको देखते हुए प्रशासन बेहद गोपनीयता बरत रहा है। प्रशासन कोरोना में अपने माता-पिता खो चुके उन मासूमों की पहचान पूरी तरह गोपनीय बनाए हुए है, जिनको यह आर्थिक मदद दी जा रही है। मथुरा में ऐसे नौ बच्चों का चयन किया गया है।

राज्य सरकार दे रही 4 हजार रुपए प्रति माह

कोरोना महामारी के दौरान कई मासूम ऐसे भी थे, जिन्होंने इस महामारी में या तो अपने पिता को खो दिया या अपनी मां को। माता-पिता में से किसी एक को खो चुके ऐसे मासूमों की मदद के लिए राज्य सरकार प्रति माह 4 हजार रुपए दे रही है। जनवरी से शुरू हुई इस योजना के तहत मार्च महीने तक कि राशि इन नाबालिगों के खाते में पहुंचा दी गई है। मथुरा में ऐसे 114 बच्चों का चयन किया गया है, जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान या तो अपने पिता या मां को खो दिया है। इन नाबालिगों को 18 वर्ष पूरे होने तक यह राशि दी जाएगी।

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