तेज अवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर रोक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में दो साल से कोविड के चलते लगी सार्वजनिक कार्यक्रमों की रोक इस बार नहीं है। इसके चलते अलविदा की नमाज में ज्यादा से ज्यादा लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। इस बार हर अलविदा की नमाज से बदला नजारा हर जगह नजर आएगा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के त्योहारों पर शांति-व्यवस्था बनाये रखने के सख्त निर्देशों के साथ सड़क घेर कर धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रम पर रोक और मानक से ज्यादा तेज अवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर सख्ती है।
इसको देखते हुए जहां इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शुक्रवार को अलविदा की नमाज मस्जिदों में ही अदा करने की अपील की है। साथ ही कहा कि यदि मस्जिद में स्थान नहीं है तो बगल की दूसरी मस्जिद में नमाज के लिए जाएं। सड़क पर नमाज अदा न करें जिससे यातायात में असुविधा न हो। वहीं नमाज वाले 2846 संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध करने के साथ ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
29,808 धर्म गुरुओं ने की नियमानुसार नमाज अदा करने की अपील
योगी टू सरकार में हर तरफ नजारा बदला नजर आ रहा है। इस बार अलविदा की नमाज पर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने नमाज व ईद को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 29808 धर्मगुरुओं से वार्ता की। जिसके बाद उन्होंने नियमानुसार नमाज अदा करने की अपील की है। साथ ही निर्धारित मानकों के अनुरूप लाउडस्पीकर बजाने की अपील की है।
इसी कड़ी में लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शुक्रवार को अलविदा की नमाज मस्जिदों में ही अदा करने की अपील की है। मौलाना ने कहा कि यदि मस्जिद में स्थान कम पड़ जाए तो बगल की दूसरी मस्जिद में नमाज के लिए जाएं।
सड़क पर नमाज अदा न करें जिससे यातायात में असुविधा न हो। मस्जिद की क्षमता के अनुरूप ही रोजेदार नमाज पढ़ने जाएं जिससे उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े। अपने घर के आसपास की मस्जिद में भी नमाज अदा कर सकते हैं।
एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में कुल 31151 स्थानों पर अलविदा की नमाज पढ़ी जायेगी। इनमें 7436 ईदगाह तथा 19949 मस्जिदों में भी अलविदा की नमाज होगी। जिसमें प्रदेश में कुल 2705 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया गया है।