उत्तर प्रदेशराज्य

सरकारी एंबुलेंस मिलती नहीं, प्राइवेट..

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मरीजों को लाने-लेजाने के लिए सरकारी की ओर से 108-102 एंबुलेंस संचालित हैं। 64 एंबुलेंस 108-102 की हैं। तीन एंबुलेंस एएलएस की हैं। इसके बाद भी जिला अस्पताल कर्मचारियों की कमीशन खोरी की वजह से निजी एंबुलेंस से मरीजों को दिल्ली भेजा जा रहा है। एंबुलेंस संचालक मनमाने दाम तीमारदारों से वसूल रहे हैं। दिल्ली सफदरगंज अस्पताल और जीबी पंत अस्पताल तक के 5200 सौ रुपये आक्सीजन समेत बताए।

मरीजों को लाने-लेजाने के लिए सरकारी की ओर से 108-102 एंबुलेंस संचालित हैं। 64 एंबुलेंस 108-102 की हैं। 

बहरहाल जिला अस्पताल परिसर में सरकारी एंबुलेंस के लिए स्थान है। लेकिन, हालात यह है सरकारी एंबुलेंस बाहर हैं और निजी एंबुलेंस परिसर के अंदर खड़ी रहती हैं। किसी तीमारदार को सरकारी एंबुलेंस अस्पताल के अंदर नहीं मिलती। सरकारी एंबुलेंस के लिए काल करनी पड़ती है। तीमारदार घबराहट और मरीज को जल्द दिल्ली ले जाने के चक्कर में पैसों की परवाह नहीं करता है तो यह लोग उसकी मजबूरी का लाभ उठाने का मौका नहीं छोड़ते।

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