महंगाई की चौतरफा मार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:इस्पात बाजार पर रूस-यू्क्रेन युद्ध का असर साफ नजर आ रहा है। हाल यह है कि छाया पर भी महंगाई का ग्रहण इस कदर दिख रहा है कि लोगों को शेड के लिए टिन की चादरें तक लेना आसान नहीं रह गया है। इस भीषण गर्मी में अब लोगों को छाया प्रदान करने वाली टिन की चादर तक इतनी महंगी हो गई हैं कि उसे खरीदना आमजन के लिए मुश्किल हो गया है। करीब बीस रुपये प्रति किलो का उछाल आया है। न केवल टिन प्रोफाइल पाइप महंगी हुई, बल्कि लोहे के पाइप तक की कीमतों में इजाफा हुआ है। आम आदमी इन महंगे पाइपों से तौबा करते हुए अब प्लास्टिक के पाइपों का इस्तेमाल बोरिंग आदि कार्यों में भी शुरू कर दिया है।
इस्पात बाजार का हाल यह है कि अधिकतम 115 रुपये किलो तक बिकने वाली टिन की प्रोफाइल अब 135 रुपये किलो तक पहुंच गई है। वहीं, लोहे के पाइप भी आमजन को खरीदना अब आसान नहीं रह गया है। कभी 65-70 रुपये तक बिकने वाला पाइप अब 85 रुपये किलो तक पहुंच गया है। ब्रांडेड पाइप की कीमत 100 रुपये किलो का आंकड़ा पार कर गई है। ऐसा नहीं है कि जल्द ही इसके रेट गिरने के आसार हों।