लड़खड़ाया टिकैत का विमान
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:किसान नेता राकेश टिकैत का विमान बादलों में लड़खड़ा गया। इंडिगो एयरलाइंस से हैदराबाद से तिरुचिरापल्ली जा रहे टिकैत ने इसकी जानकारी खुद ट्वीट करके दी। उन्होंने कहा, ‘हैदरबाद से त्रिरुचिरापल्ली जा रही इंडियो एयरलाइंस नंबर 6ई 7213 शनिवार शाम 7.10 बजे खराब मौसम की वजह से आसमान में कलाबाजियां खाने लगी। आधा घंटे तक मेरी और मुसाफिरो की जान आफत में रही। इतनी खतरनाक उड़ान की इजाजत उचित नहीं। इसकी जांच होनी चाहिए। टिकैत ने इस पोस्ट में पीएमओ, सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को भी टैग किया।
टिकैत के ट्वीट के कुछ देर बाद ही भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने इस प्रकरण में केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन को एक पत्र लिखा। इसमें उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि टेक ऑफ के 35 मिनट बाद ही जिस विमान में टिकैत बैठे थे वह लड़खड़ाने लगा। घने बादलों के बीच विमान ऐसा फंसा कि सभी यात्री सलामती के लिए प्रार्थना करने लगे। एयर होस्टेस ने भी कसकर बेल्ट बांधने और उसे पकड़े रहने के लिए कहा। यह सिलसिला करीब 30 मिनट तक चला। जब फ्लाइट घने बादलों से निकली, तब यात्रियों ने राहत की सांस ली।
पायलट ने टिकैत को बताया- मौसम विभाग से नहीं मिला था सिग्नल
पत्र में आगे लिखा गया है कि फ्लाइट के तिरुचिरापल्ली पहुंचने पर राकेश टिकैत ने पायलट से इसकी जानकारी ली। पायलट ने उन्हें बताया कि मौसम विभाग का सिग्नल नहीं मिलने से विमान घने बादलों में चला गया। अगर मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी होती तो यात्रियों की जान जोखिम में न होती।
BKU ने कहा- इंडिगो की भारी चूक
राजवीर सिंह जादौन ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि यह कोई मामूली चूक नहीं है। चाहे मौसम विभाग की लापरवाही हो या चालक दल की, इससे करीब 90 लोगों की जान जा सकती थी। भाकियू इस लापरवाही को इंडिगो की भारी चूक मानती है और मंत्रालय से इस बारे में उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है।