उत्तर प्रदेशराज्य
2-2 सीटों पर समझौता
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:अखिलेश यादव की करहल और शिवपाल यादव की जसवंतनगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा है। इस फैसले के बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि दोनों के बीच अप्रत्यक्ष रूप से समझौता है। कांग्रेस प्रदेश महासचिव ने भी यह साफ कर दिया है कि रायबरेली और अमेठी में सपा के उम्मीदवार न उतारने के फैसले के बाद कांग्रेस ने यह फैसला लिया, यानि कि समझौता सिर्फ दो सीटों पर ही है। लेकिन इस समझौते में भी सौदेबाजी नजर आ रही है। दरअसल, चर्चा ये भी है कि प्रियंका ने भी चुनाव लड़ने का मन बनाया है और वह रायबरेली या अमेठी की सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
पश्चिम उत्तर प्रदेश की 113 सीटों पर कांग्रेस का रोल
- कांग्रेस ने 33 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। इससे सपा को नुकसान होगा।
- 10 सीटें ऐसी हैं, जिसमें कांग्रेस ने सपा उम्मीदवार की ही जाति का उम्मीदवार उतारा है, इससे भी सपा को नुकसान होगा।
- 10 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार के सामने उसी जाति के उम्मीदवार को उतारा है। इसे भाजपा के उम्मीदवार के वोट कटेंगे।
- 60 सीटें ऐसी हैं, जिसमें कांग्रेस ने भाजपा-सपा और बसपा से अलग जाति के उम्मीदवार को टिकट दिया है। इसमें महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।