उत्तर प्रदेशराज्य

चुनौती बनी विधानसभा चुनाव

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बीच निर्विघ्न मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग ने भी कमर कस ली है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का भी खतरा गहराता जा रहा है। ऐसे में लोगों को संक्रमण से बचाने के बारे में भी चुनाव आयोग को ही विचार करना है। बूथों पर भीड़भाड़ को कम करने के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है, उसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। खासतौर से बुजुर्गो, दिव्यांगजन और बीमार लोगों को मतदान में कोई असुविधा न हो इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 

चुनाव आयोग निष्पक्ष, निर्विघ्न, पारदर्शी चुनाव कराने के साथ ही इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश के संबंधित अधिकारियों के साथ गंभीर रूप से मंथन कर रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से मंत्रणा करके आए चुनाव आयोग ने तीन दिन तक लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव में पहली बार घर बैठे मतदान की सुविधा देने की घोषणा करके चुनाव सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। अब 80 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों, दिव्यांगों और कोरोना प्रभावित मतदाताओं को यह सुविधा मिल सकेगी।

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