अब सड़कों पर नहीं फैलेगी दुर्गंध
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :शहर के मृत पशुओं का निस्तारण अब आधुनिक मशीन से होने लगा है। इसके लिए माडर्न कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट मोहान रोड शिवरी के पास लगाया गया है। यहां पिछले तीन दिन से हर रोज पचास से अधिक मृत पशुओं को यहां भेजा जा रहा है। वैसे तो यह प्लांट लगाने की योजना अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते समय ही लखनऊ की झोली में आ गई थी, लेकिन हरदोई रोड पर जमीन का विवाद और नगर निगम की तरफ से कोई भूमि न मुहैया कराने से यह परियोजना हाथ से निकल गई थी। दरअसल, 1998 में मिली इस परियोजना के लिए हरदोई रोड पर जगह चिह्नित की गई थी लेकिन, आसपास आबादी होने से विरोध होने लगा था।
जेडी इंजीनियर्स कर रहा संचालनः मृृत पशुओं से फैल रहे वायु प्रदूषण को देखते हुए ही कारकस यूटिलाइजेशन प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। करीब तीन साल पहले शासन से मिले बजट के बाद नगर निगम ने शिवरी के पास इसे लगाने का निर्णय लिया था। वैसे तो इसका संचालन नगर निगम ही करेगा लेकिन, नगर निगम ने अभी प्लांट लगाने वाले जेडी इंजीनियर्स को ही संचालन का जिम्मा दे रखा है।
ऐसे होगा मृत पशुओं का निस्तारण
- मृत पशुओं को पहले साफ किया जाएगा और दुर्गंध खत्म करने के लिए कुकिंग की जाएगी। इसमें लकड़ी का भी उपयोग होगा।
- बड़े पशुओं का चमड़ा अलग कर टेनरी को बेचा जाएगा।
- गोश्त व अन्य अवशेष से मुर्गी दाना और मछली का दाना बनाने का रॉ मैटेरियल तैयार होगा। इसे भी नगर निगम बेचेगा
- चर्बी को भी बेचा जाएगा, जिसका उपयोग साबुन, शैंपू व अन्य उत्पादों में हो सकेगा।