उत्तर प्रदेशराज्य

किसानो का हल्लाबोल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों ने दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते हुए संसद की तरह कार्यवाही चलाई। शुक्रवार को 200 किसान प्रतिनिधियों की संसद में जमकर हंगामा हुआ। सरकार के पैरोकार के तौर पर बतौर कृषि मंत्री चुने गए किसान नेता रवनीत सिंह बराड़ विपक्ष के सवालों से घिरे रहे। जवाब देने में नाकाम रहने पर आखिर में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उधर, लगातार दूसरे दिन किसान संसद में मंडी कानून पर चर्चा जारी रही। इस दौरान किसान प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार के कानून को सिरे से खारिज कर दिया। बता दें कि किसानों ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के बयानों की भी आलोचना की है। त्रों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी छह सदस्यों को सौंपी गई थी।

                                    दूसरे दिन किसान संसद के दौरान प्रदर्शनकारी कांग्रेस से सख्त नाराज नजर आए।

वहीं, दूसरे दिन किसान संसद के दौरान प्रदर्शनकारी कांग्रेस से सख्त नाराज नजर आए। उन्होंने इन कांग्रेस सांसदों द्वारा संसद में जारी प्रदर्शन छोड़कर चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी में शामिल होने पर नाराजगी जताते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया। संसद की तरह कार्यवाही चलाने के लिए शुक्रवार को छह मंडलीय दल में हरदेव हर्षी, जगतार सिंह बाजवा, वी.वेंकटरमैया, मुकेश कुमार, जगवीर सिंह और हरपाल बिलारी को स्पीकर व डिप्टी स्पीकर बनाया गया।

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