पकड़ी गई 70 लाख की सुपारी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :ई-वेबिल पोर्टल को चकमा देकर माल पार कर रहे जीएसटी चोर ट्रैकिंग की विशेष व्यवस्था के फेर में आखिरकार फंस गए। करीब दो हफ्ते चली जांच के बाद अस्तित्वहीन यानी फर्जी फर्में सामने आईं हैं। दिलचस्प यह है कि पकड़ी गई 70 लाख रुपये कीमत की सुपाड़ी का न तो कोई क्रेता मिला और न ही कोई विक्रेता। सुपाड़ी जब्त कर ली गई। अब माल भेजे जाने वालों को जीएसटी टीमें ढूंढ रही हैं।
सुपाड़ी में जीएसटी चोरी को लेकर लगातार सूचनाएं आ रही थीं। इसे लेकर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 केके उपाध्याय के निर्देश पर ज्वाइंट कमिश्नर एके सिंह और संजय कुमार के दल को सक्रिय किया गया। असम से जैसे ही ट्रक संख्या एनएल01-एसी 8162 और यूपी32-केएन 2356 सुपाड़ी लेकर चलीं। ई-वेबिल जेनेरेट करते ही एमआईएस के तहत दी गई विशेष व्यवस्था के तहत उनकी ट्रैकिंग शुरू कर दी गई। दोनों ट्रक ई-वेबिल दिखाते हुए करीब चार से पांच राज्यों के टोल से गुजरते हुए लखनऊ तक पहुंच गए। जैसे ही दोनों गाडिय़ां किसान पथ पर पहुंची। दोनों ज्वाइंट कमिश्नर की टीम सक्रिय हो गईं। ई-वेबिल में जिस ट्रक को माल उतारने के लिए विकासनगर जाना था वह ऐशबाग की ओर चल दिया।