उत्तर प्रदेशराज्य

आतंकी ट्रेन में करना चाहते हैं बम धमाके

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI उत्तर प्रदेश और बिहार की ट्रेनों में सीरियल ब्लास्ट करना चाहती है। उसके निशाने पर गरीब मजदूर हैं। इसका खुलासा IB ने ISI के हैंडलर द्वारा पंजाब में बैठे एक स्लीपर सेल को भेजे गए मैसेज को डिकोड कर किया है। यह मैसेज बीते शुक्रवार को भेजा गया था। IB ने मैसेज डिकोड करने के बाद UP ATS और अन्य खुफिया एजेंसियों से इनपुट साझा किया है। IB का दावा है कि ISI के हैंडलर ने पंजाब में अपने साथी को यूपी होकर बिहार से चलने वाली ट्रेनों में टाइमर बम फिट करने का निर्देश दिया है।

                                                आतंकियों के निशाने पर यूपी-बिहार के मजदूर

इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। यूपी बिहार सहित इस रूट के सभी रेलवे स्टेशन प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल, जिला प्रशासन, लोकल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की यूनिटों को अलर्ट किया गया है। आतंकियों की पूरी प्लानिंग को समझाने ATS की एक टीम बिहार के लिए निकल चुकी है। यह टीम बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के साथ आतंकियों की प्लानिंग और रूट मैप शेयर करेगी।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार 11 जुलाई को अलकायदा की विंग अंसार अलकायदा हिंद (AGH) के आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को गिरफ्तार किया था। दोनों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और कुकर बम बरामद हुए थे। दोनों को 14 दिन की रिमांड पर हैं।

पुलिस की हर गतिविधि को ट्रेस कर रहे आतंकी संगठन

जिस तरह पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं, उसी तरह आतंकी संगठन भी उनकी हर एक्टिविटी को ट्रेस कर रहे हैं। पुलिस अपने किसी भी ऑपरेशन की जानकारी आपस में फोन पर साझा नहीं कर रही है। आशंका है कि इनके फिदायीन किसी भी समय सुरक्षा बलों पर भी हमलावर हो सकते हैं।

दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल ब्लास्ट से जुड़ रही कड़ियां

लखनऊ में दो आतंकियों की गिरफ्तारी के ठीक बाद बिहार की ट्रेनों में बम विस्फोट की योजना के तार 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट से जुड़ रहे हैं। नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी NIA ने इस ब्लास्ट में हैदराबाद से जिस इमरान मलिक और मोहम्मद नाशिर खान को गिरफ्तार किया था, वो ISI के आतंकी थे। दोनों शामली जिले में कैराना के रहने वाले थे। इनके वॉट्सऐप मैसेज से सुराग लगाकर कैराना से इनके दो अन्य साथी कफील और सलीम को भी पकड़ा जा चुका है।

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