अडाणी और जीएमआर में टक्कर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :आने वाले कुछ महीनों के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन किसी औद्योगिक घराने के नाम पर जाना जाएगा। इन दोनों स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन के बाद सात कंपनियां मैदान में हैं। इनमें से अडाणी ग्रुप की अडाणी रेलवे ट्रांसपोर्ट लि. और दूसरी कंपनी जीएमआर के बीच कांटे की टक्कर है। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निजीकरण में भी इन दोनों कंपनियों के बीच ही कांटे की टक्कर थी। जिसमें अडाणी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. को चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट की ऑपरेशनल छोड़कर सभी गतिविधियों का अधिकार 50 साल के लिए मिला था। अब चारबाग स्टेशन और लखनऊ जंक्शन को पीपीपी मॉडल पर वर्ल्ड क्लास बनाने को 556.8 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के लिए भी इन दोनों कपंनियों के साथ कुल सात कंपनियों ने रूचि दिखायी है।
डाणी व जीएमआर के अलावा आइएसक्यू एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट लि., जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लि., मेघा इंजीनियरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर लि., वेल्सपन इंटरप्राइजेज लि. और कल्पतरू पावर ट्रांसमिशन लि. ने भी अपनी रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन को रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को सौंपा है। वर्ल्ड क्लास प्रोजेक्ट का ठेका लेने वाली कंपनी चारबाग में माल गोदाम, पुराने सेवायोजन कार्यालय के पास, सेवाग्राम और चारबाग से सटी अन्य रेलवे कालोनियों की खाली पड़ी 12.23 एकड़ जमीन को कॉमर्शियल व आवासीय प्रोजेक्ट के लिए लीज पर देगी। इससे होने वाली आय से चारबाग स्टेशन पर दो नए प्लेटफार्म, चारबाग रिजर्वेशन सेंटर से पार्सल घर तक अंडरग्राउंड रास्ता, भूमिगत पार्किंग, प्लेटफार्म एक से सात तक सब-वे, बजट होटल, एयर कॉनकोर्स, एस्केलेटर, शॉपिंग मॉल और मल्टीप्लेक्स जैसी सुविधाएं बढ़ाएगी। पहले चरण का काम तीन वर्ष में पूरा होगा। जिस पर 442.5 करोड़ रुपये जबकि उसके अगले दो वर्षों में 114.3 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब इस माह होने वाली आरएलडीए की बोर्ड बैठक में अडाणी सहित इन सात कंपनियों की रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन पर अंतिम निर्णय किया जाएगा