गजनवी के भांजे की मजार पर पहुंचे ओवैसी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी यूपी दौरे पर हैं। गुरुवार को भागीदारी मोर्चा के संयोजक और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मिलने के बाद ओवैसी बहराइच पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कैंप का शुभारंभ किया। इसके बाद वह क्रूर शासक महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाजी के मजार पर जियारत करने पहुंच गए। इसी के साथ विवाद भी शुरू हो गया।
सालार मसूद को महाराज सुहेलदेव ने ही युद्ध में मारा था। वही महाराज सुहेलदेव जिनके नाम पर ओम प्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी बनाई है। यही कारण है कि मौका मिलते ही BJP ने ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साध दिया। पूछा कि जिस क्रूर शासक ने भारत को लूटा, हिंदूओं पर अत्याचार किया। मंदिरों को तोड़ डाला और जिसके आतंक को खुद महाराज सुहेलदेव ने खत्म किया उसे पूजने वाले के साथ ओम प्रकाश राजभर कैसे गठबंधन कर सकते हैं?
BJP ने पूछा- राजभर अपने समाज को क्या जवाब देंगे?
भाजपा ने राजभर पर तंज कसते हुए सवाल पूछा है। कहा, राजभर बताएं कि किसके साथ हैं? महाराजा सुहेलदेव राजभर की विरासत संभालने वाले ओम प्रकाश राजभर अपने समाज को कैसे जवाब देंगे। ओवैसी आज अपनी सियासत की शुरुआत उस सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह से कर रहें है, जो गाजी के अत्याचारों की परिचायक है।
ओमप्रकाश ने कहा- सालार कोई आतंकवादी नहीं था
BJP के सवाल पर राजभर ने जवाब दिया। कहा कि सालार मसूद से हमें कोई समस्या नहीं है। वो जो करने आया था, वही कर रहा था। वो कोई आतंकवादी नहीं था। सालार मसूद, महमूद गजनवी का भांजा था। वह भारत पर आक्रमण करते हुए साल 1033 में बहराइच पहुंचा था। जहां उसका तत्कालीन महाराजा सुहेलदेव राजभर से भीषण युद्ध हुआ। जिसमें सालार मसूद मारा गया।