उत्तर प्रदेशराज्य

बेटी को जिंदा दफनाने का मामला

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :हरदोई जिले में एक मां द्वारा खाना नहीं दे पाने के कारण अपनी दो साल की बच्ची को दफनाने के मामले में प्रशासन अब झूठा दावा कर रहा है। प्रशासन का दावा है कि महिला मानसिक रूम से बीमार है और जिसकी वजह से उसने ऐसा कदम उठाया है। लेकिन बच्ची की तस्वीरें ये साफ बयां कर रही हैं कि न तो उसे भरपेट भोजन मिला और न ही पोषण।

                     प्रशासन के दावों की पोल खोलती बच्ची की तस्वीर।

प्रशासन का दावा- मानसिक बीमार है महिला
जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने दावा किया कि महिला के पति की मौत के बाद महिला मानसिक रूप से बीमार थी। इसलिए उसने ये कदम उठाया। अफ़सर ने बताया कि बच्चों को आगनबाड़ी केंद्र से सूखा राशन यानी पोषक तत्व भी दिए जा रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि पोषक तत्व खाकर भी बच्ची कैसे कुपोषित हो गयी और एक मां बच्ची को दफनाने पर कैसे मजबूर हो गयी।

महिला की हर संभव मदद करेगा प्रशासन
जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया है कि लोनार थानान्तर्गत सकरौली ग्राम में एक महिला ने अपने बच्चे को ज़िंदा दफन करने का प्रयास किया। चाइल्ड लाइन को सूचना मिली कि ग्राम सकरौली में एक महिला द्वारा अपनी ज़िंदा बच्ची को दफनाने का प्रयास किया गया है। इस सम्बन्ध में टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर बच्ची को रेस्क्यू कर एनआरसी में भर्ती करा दिया गया।

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