उत्तर प्रदेशराज्य

आगरा के अस्पताल पर उठे सवाल

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :22 मौतों की मॉक ड्रिल करने वाले आगरा के पारस अस्पताल को सरकार ने क्लीन चिट दे दी है। सरकारी जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद अब पूरी जांच पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। जांच करने वाले अफसरों ने सिर्फ अस्पताल प्रशासन के बयान के आधार पर रिपोर्ट बना दी। अस्पताल में मरने वालों की डेथ ऑडिट रिपोर्ट में भी वही लिखा गया है, जो अस्पताल प्रशासन ने बताया।

                                ऑक्सीजन बंद करने से हुईं 22 मौतों का मामला

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पारस हॉस्पिटल को लेकर मीडिया में जारी रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।  प्रियंका ने लिखा- विडंबना देखिए, खबरों के अनुसार आगरा में अस्पताल ने मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके “मॉक ड्रिल” की और भाजपा सरकार ने क्लीन चिट देकर इंक्वायरी की “मॉक ड्रिल” कर दी। सरकार और अस्पताल, दोनों का रास्ता साफ। मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया।

क्लीन चिट देने के लिए इन बातों को आधार बनाया
जांच टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार वहां अपर्याप्त ऑक्सीजन और मॉक ड्रिल का कोई प्रमाण नहीं है। इसके साथ ही वहां हुई 16 मौतों का समय वीडियो में कही बात के अनुसार सुबह सात बजे के आसपास न होकर अलग-अलग समय का था। वायरल वीडियो में डाक्टर की ओर से दोगुने पैसे ले लेने, सोना चांदी ले लेने, भोपाल से ऑक्सीजन लाने की बात से पता चलता है कि उनकी मंशा गलत नहीं थी। जांच टीम ने डॉक्टर अरिंजय जैन के बयान को भी पूरी जांच रिपोर्ट का आधार बनाया है।

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