नहीं बढ़ेगी पॉलीटेक्निक की फीस
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से भले अभी पॉलीटेक्निक और फार्मेसी में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही हो, लेकिन कोरोना संक्रमण काल निजी संस्थानों को फीस न बढ़ाने का निर्देश दे दिया गया है। सरकारी संस्थानों में फीस नहीं बढ़ेगी। परिषद की ओर से निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों और निजी फार्मेसी संस्थानों की फीस परिषद द्वारा निर्धारित फीस से अधिक नहीं होगी। यही नहीं परिषद की ओर से शिकायत मिलने पर कार्रवाई के साथ ही मान्यता रद्द करने की चेतावनी भी दी गई है।
मनमाने प्रवेश का सबसे ज्यादा मामला फार्मेसी में आते हैं। निर्धारित फीस से दो से तीन गुना पैसा लेकर प्रवेश लिया जाता है। परिषद की ओर से मनमानी फीस लेेने या प्रवेश को लेकर कोई परेशानी होेने पर नंबर भी जारी किया गया है।
किसकी कितनी फीस
- सरकारी पाॅलीटेक्निक-10,370 रुपये
- अनुदानित पॉलीटेक्निक-19000 रुपये
- निजी पाॅलीटेक्निक- 30,000 रुपये
- निजी फार्मेसी कॉलेज-45000 रुपये
‘कोई भी संस्थान निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूलता है तो उसके विरुद्ध शिकायत आने पर उसकी मान्यता रद्द की जाएगी। प्रमुख सचिव की ओर से भी निर्देश दिए गए हैं। प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून है।
हाईस्कूल प्रमोट के परिणाम के बाद ही शुरू होगी आइटीआइ की प्रवेश प्रक्रिया
कोरोना संक्रमण काल का असर जहां हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा पर पड़ा वहीं व्यावसायिक परीक्षा परिषद ने भी प्रवेश प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है। जून तक हाईस्कूल का परिणाम आने के एक सप्ताह बाद आइटीआइ की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होती है। ऐसे में परीक्षा ही नहीं हुई तो प्रमोट परिणाम कैसे आएगा? परिषद ने भी प्रवेश प्रक्रिया परिणाम आने तक टाल दी है। व्यावसायिक शिक्षा परिषद की ओर से राजधानी समेत सूबे की सभी आइटीआइ में 20 मई से आनलाइन कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। संयुक्त निदेशक व्यावसायिक शिक्षा एससी तिवारी ने बताया कि सभी सरकारी और निजी संस्थानों में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आनलाइन कक्षाएं चलाने के आदेश दिए गए हैं