डॉ अलका और उनके भाई एसएन राय गिरफ्तार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण में एम्बुलेन्स पंजीयन मामले में नामजद डॉ अलका राय को बाराबंकी पुलिस ने उनकेउनके भाई एसएन राय को गिरफ्तार कर लिया है। मऊ स्थित उनके आवास से सोमवार रात हिरासत में लेने के बाद पुलिस टीम दोनों को बाराबंकी ले आई है। बताया जा रहा है कि उनको पूछताछ के लिए लाया गया है।
मुख्तार को पेशी पर चर्चा में आई थी एम्बुलेन्स : बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब में कोर्ट ले जाने बाद एम्बुलेन्स चर्चा में आई थी। जांच में पता चला था कि यह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बाराबंकी एआरटीओ में पंजीकृत कराई गई थी। इसके बाद एआरटीओ प्रशासन पंकज सिंह ने मऊ की अस्पताल संचालिका डॉ अलका राय को नामजद किया था। बाद में उनसे पूछताछ के बाद मुख्तार अंसारी को भी प्रकरण में सह अभियुक्त बनाया गया था। इसमें मुख्तार के करीबी राजनाथ को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
एंबुलेंस (यूपी 41 एटी 7171) की परिवहन विभाग व स्वास्थ्य विभाग ने दस्तावेजों की पड़ताल की। जिसमें पता चला कि यह एंबुलेंस के पंजीकरण में परिवहन विभाग में मऊ के श्याम संजीवनी हॉस्पिटल का लेटर और डॉक्टर अलका राय का वोटर कार्ड लगाया गया था। इसमें भी रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट व मकान का पता फर्जी पाया गया। एम्बुलेंस का रजिस्ट्रेशन डॉक्टर अलका राय के नाम दर्ज है, इसलिए बाराबंकी के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने उनके खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया। इसमें मुख्तार अंसारी को भी साजिश का आरोपी बनाया गया है।
बिना कागजात और फिटनेस के प्रयोग में लाई गई एंबुलेंस के मामले में बाराबंकी में केस दर्ज किया गया था। बाराबंकी पुलिस ने इस मामले में मऊ की भाजपा नेता डॉक्टर अलका राय के अस्पताल का नाम आने के बाद मऊ जाकर पड़ताल की। इस मामले में मुख्तार के खास राजनाथ यादव को पकड़ा गया। बाराबंकी पुलिस जब मऊ गई थी तो डॉक्टर अलका राय के बयान के आधार पर मऊ के थाना सराय लखनी के अहिरौली गांव निवासी राजनाथ यादव को पकड़ा था। उस पर आरोप है कि उसने डॉक्टर राय पर एंबुलेंस को लेकर दबाव बनाया था। उससे पूछताछ के बाद बाराबंकी पुलिस ने सोमवार रात मऊ से डॉ. अलका राय और उनके भाई को गिरफ्तार किया है।