उत्तर प्रदेशराज्य

फिर एक्टिव होंगे सभी कोविड अस्पताल के डेढ़ लाख बेड

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को संक्रमण से बचाव की तैयारियां और तेज करने के निर्देश दिए। अब प्रदेश में कोविड के लेवल वन से लेकर लेवल थ्री तक के 503 अस्पतालों को फिर से सक्रिय किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इन अस्पतालों में फिर से सभी डेढ़ लाख बेड पर भर्ती की व्यवस्था की जाएगी।

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद हो गया है।

उत्तर प्रदेश में बीते जनवरी व फरवरी माह में कोरोना का संक्रमण काफी कम होने के कारण इन अस्पतालों को बंद कर दिया गया था और नॉन कोविड मरीजों को ज्यादा सुविधाएं देने पर जोर दिया गया था। अब फिर कोरोना मरीजों की कुल संख्या नौ हजार के पार हो गई है। ऐसे में अस्पतालों की संख्या व बेड दोनों बढ़ाए जाएंगे। अभी तक करीब 24 हजार बेड की व्यवस्था थी, लेकिन अब सभी अस्पताल दोबारा सक्रिय होंगे। प्रदेश में कोरोना के लेवल वन के 403 अस्पतालों में 1.23 लाख बेड हैं, लेवल टू के 75 अस्पतालों में 15,812 और लेवल थ्री के 25 अस्पतालों में 12,490 बेड हैं।

कांटेक्ट ट्रेसिंग पर ज्यादा जोर : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि सभी अस्पतालों को फिर से सक्रिय किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उधर, गुरुवार को 45 से 59 वर्ष तक की आयु के करीब 2.25 करोड़ लोगों का टीकाकरण शुरू होगा। ऐसे में पांच हजार टीकाकरण केंद्रों में करीब 25 फीसद क्षमता बढ़ाई जाएगी। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने के भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। फिर से फोकस टेस्टिंग शुरू होगी और कांटेक्ट ट्रेसिंग पर ज्यादा जोर दिया जाएगा।

कोविड अस्पतालों में अस्थाई कर्मचारी बढ़ाने की मांग : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने कोरोना मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए कोविड अस्पतालों में अस्थाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा कि स्थाई कर्मियों की संख्या कम है, ऐसे में पहले की तरह ही अस्थाई कर्मचारी बढ़ाए जाएं। उधर, परिषद के उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कोरोना वारियर्स व उनके परिवार के लोगों को प्राथमिकता पर अस्पतालों में भर्ती कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को प्रयागराज से कोरोना वारियर फार्मासिस्ट की पत्नी को कोरोना संक्रमित होने के बाद हालत बिगड़ने पर संजय गांधी पीजीआइ में एडमिट नहीं किया गया, उसे प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया गया। यह ठीक नहीं है।

 

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