उत्तर प्रदेशराज्य

एक माँ बनी हैवान

 स्वतंत्रदेश लखनऊ :उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बेलीपार थाना क्षेत्र के भीटी गांव में डेढ़ साल के अनिकेत को जिंदा पानी की टंकी में डालकर मां मनोरमा ने ही मारा था। पुलिस की पूछताछ में शुक्रवार को उसने जुर्म कबूल कर लिया। मां ने हत्या की जो वजह बताई उसे सुनकर हर कोई हैरान है।

      बच्चे की बदमाशियों से तंग महिला ने डेढ़ साल के बेटे को पानी की टंकी में डुबोकर मार डाला 

पुलिस के मुताबिक मासूम की बदमाशियों से मनोरमा परेशान थी। उसे इस बात का पछतावा नहीं है कि उसने अपने मासूम बच्चे को बेरहमी से मार डाला। मनोरमा ने बच्चे को मानसिक रोगी तक बता दिया। पुलिस ने मनोरमा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इस मामले में नामजद किए गए नाना और दो मौसी पूछताछ में बेगुनाह पाए गए, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

र्मेंद्र पत्नी मनोरमा और बेटे अनिकेत को छोड़कर चले गए। रात में करीब आठ बजे अनिकेत घर से गायब मिला। काफी तलाश करने पर भी वह नहीं मिला तो नाना आनंद स्वरूप ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की छानबीन में बच्चे का शव पानी की टंकी में मिला।

पुलिस मामले की जांच कर रही थी, इसी बीच धर्मेंद्र ने तहरीर देकर नाना और दोनों मौसी पर हत्या की आशंका जता दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। नाना और दो मौसी के साथ ही पुलिस ने मनोरमा को भी पूछताछ के लिए बुलाया।

पुलिस को मनोरमा के बदलते बयान की वजह से संदेह हो गया। इस पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मनोरमा टूट गई और सच उगल दिया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि केस दर्ज कर नाना और दो मौसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कोई खास तथ्य सामने नहीं आ सका।

मां से भी पूछताछ की गई। मां ने हत्या की बात कबूल कर ली है। मनोरमा ने कहा कि वह बच्चे की हरकतों से परेशान थी। उसने बच्चे के मानसिक रोगी लगने की वजह से हत्या की बात कही। नामजद आरोपी बेगुनाह मिले हैं, उन्हें छोड़ दिया गया है।

दूसरा बच्चा नहीं चाहती थी मनोरमा
पुलिस के मुताबिक मासूम की हत्या का जुर्म कबूल करने वाली मनोरमा दूसरा बच्चा नहीं चाहती थी। पहले बेटी पैदा हुई फिर बेटा। बेटा चंचल स्वभाव का था। लिहाजा मनोरमा ने उसकी हत्या कर दी।

बोली-पहले तालाब में फेंकने की रची थी साजिश
पुलिस की पूछताछ में मनोरमा ने बताया कि उसने बच्चे को किसी तालाब में फेंकने की साजिश रची थी, मगर दरवाजे पर पिता और अन्य लोगों के होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाई। मौका पाते ही वह अनिकेत को छत पर ले गई और पानी की टंकी में डालकर ढक्कन बंद कर दिया। टंकी में डूबकर अनिकेत की मौत हो गई।

याद आ गई अर्चना की बेरहमी, घोंट दिया था अपने ही बच्चे का गला
20 जनवरी 2016 को शाहपुर इलाके के अशोक नगर कॉलोनी में अर्चना ने भी अपने बच्चे की हत्या कर दी थी। फेसबुक पर दूसरे के प्यार में फंसी अर्चना ने पहले प्रेमी के साथ अपने पति ओमप्रकाश यादव की हत्या की। ऐसा करते उसके तीन साल के बच्चे ने देख लिया और डरकर मां की गोद में चला गया। इसके बाद अर्चना ने गोद में ही बच्चे का गला दबाकर हत्या कर दी। एक बार फिर ऐसी ही मां सामने आई है जिसने बच्चे की बदमाशियों से तंग आकर उसकी जान ले ली।

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