कोरोना पर हाई लेवल मीटिंग:CM योगी ने लिए कई फैसले
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में फिर सतर्कता बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी कार्यक्रम के आयोजन पर रोक नहीं है, लेकिन जुलूस, कार्यक्रम और सार्वजनिक समारोह के लिए अब प्रशासन की अनुमति जरूर लेनी होगी। इसके साथ ही कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय और निजी विद्यालय बुधवार से यानी 24 से 31 मार्च तक के लिए बंद करने के निर्देश दिए हैं।
कई राज्यों में बढ़ रहे केस के बाद अलर्ट
कई राज्यों में कोरोनों के बढ़ते केस को देखते हुए यूपी में भी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर शाम एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। जिसमें निर्णय लिया गया कि कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय और निजी विद्यालयों में 24 से 31 मार्च तक होली का अवकाश रखा जाए।
बाकी शिक्षण संस्थानों में जहां परीक्षाएं आयोजित नहीं हो रही हैं वहां 25 से 31 मार्च तक छुट्टी रहेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए संक्रमण की स्थिति को रोकने के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं।
सरकार की ओर से तय गाइडलाइन
- ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर और शहरों में वार्ड स्तर पर नोडल अधिकारी या कर्मचारी की तैनात होंगे।
- ये नोडल अधिकारी उनके क्षेत्र में अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की जांच होना सुनिश्चित करेंगे।
- प्रत्येक जनपद में एक-एक डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल की उपलब्धता सुनिश्चित रहे।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहारों पर कोई रोक नहीं है लेकिन कोविड संक्रमण को देखते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। बिना स्थानीय प्रशासन की पूर्वानुमति के कोई भी जुलूस तथा कार्यक्रम या सार्वजनिक समारोह आयोजित न किए जाएं।
- इन आयोजनों में हाई रिस्क कैटेगरी जैसे 10 वर्ष की उम्र से कम के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक के वृद्धजन और एक से अधिक गम्भीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों आदि को शामिल होने से बचाया जाए। इन आयोजनों में सुनिश्चित किया जाए कि कोविड प्रोटोकॉल, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पूर्णतः पालन हो।
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में प्रतिदिन कोविड-19 सम्बन्धी समीक्षाएं अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाएं।
- ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट आदि में बाहरी आवागमन पर नियंत्रण हो।
- जेलों में कोविड के दृष्टिगत पर्याप्त सुरक्षा प्रबन्ध रहें। पेशी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का माध्यम अपनाया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार सम्बन्धी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।