साहस से ड्यूटी पर डटे रहकर दी मात
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :कोरोना वायरस के संक्रमण की लड़ाई में डटी रही उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसे मात देने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी और सबसे आगे आ खड़ी हुई है। जब कोरोना संक्रमण दर लगातार घट रही है, तब यूपी पुलिस में अब केवल तीन पुलिसकर्मी ही पॉजिटिव बचे हैं, जिनके जल्द पूरी तरह स्वस्थ्य होने की उम्मीद है। आगे खतरा भी कम है, क्योंकि दूसरे चरण में दो लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को कोरोना का टीका लग चुका है। तीन लाख से अधिक संख्या की फोर्स में यह आंकड़ा न के बराबर ही है।
पीएसी और रेलवे में जहां कोरोना वायरस के संक्रमण ने जवानों को सबसे अधिक छकाया था, वहां अब जवानों ने इसे पूरी तरह धूल चटा दी है। यहां वर्तमान में एक भी जवान कोरोना संक्रमित नहीं है। खाकी के लिए यह राहत के क्षण जरूर हैं। लेकिन, इस जंग में 69 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के जान गंवाने का दर्द बांटा नहीं जा सकता। यह वह आंकड़ा भी है, जो दूसरे पुलिसकर्मियों को अभी आने वाले दिनों में खुद पूरी सावधानी बरतने और दूसरों को कोविड-19 की गाइडलाइन का अनुपालन कराने के लिए प्रेरित भी करता है।
उत्तर पुलिस विभाग में 12591 से अधिक कर्मियों को कोरोना संक्रमण हुआ। डीजीपी मुख्यालय स्तर पर 26 अप्रैल 2020 को पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण व सुधार पर पूरी नजर रखी जा रही है। इस दौरान 40 हजार पुलिसकर्मियों के कोरोना टेस्ट कराए गए और 15 हजार से अधिक क्वारेंनटाइन भी हुए। वर्तमान में 12519 पुलिसकर्मी कोरोना को मात दे चुके हैं। जिला पुलिस के तीन कर्मी ही पॉजिटिव बचे हैं, जबकि रेलवे, पीएसी, प्रशिक्षण इकाइयों व पुलिस मुख्यालय ने वर्तमान में एक भी कर्मी संक्रमित नहीं है।
11 अगस्त तक 16 पुलिसकर्मियों की गई थी जान : जिला पुलिस में तैनात रहे सबसे अधिक 10019 पुलिसकर्मियों ने कोरोना को मात दी, जबकि रेलवे के 192 व पीएसी के 575 कर्मियों ने इस दुश्मन को धूल चटाई। अभी कुछ माह पूर्व के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पुलिस के संयम की कहानी भी सामने आती है। 11 अगस्त, 2020 को 2388 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित थे और तब तक 3185 पुलिसकर्मियों ने कोरोना को मात दी थी। तब 16 पुलिसकर्मियों की ही जान गई थी। कोरोना ने इसके बाद पुलिस को भी कम नहीं छकाया। संक्रमण बढ़ा और जान जाने का सिससिला भी, पर जवान थे जो पूरे साहस और धैर्य से सीना ताने खड़े रहे।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने कोरोना काल में काफी साहस व लगन से ड्यूटी की है। पुलिस लाइन व फील्ड में कोविड-19 की गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराने व अन्य प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। यही वजह है कि सबसे बड़ी पुलिस फोर्स होने के बाद भी अन्य राज्यों की पुलिस की तुलना में यहां जनहानि कम हुई। अब भी पूरी सतर्कता के निर्देश हैं।