महिला अपराधों के लिए हर जिले में होगी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : महिलाओं की सुरक्षा व आत्मसम्मान की दिशा में मिशन शक्ति के दूसरे चरण के तहत कई और बड़े कदम उठाने का निर्णय लिया गया है। महिला अपराधों की विवेचना में तेजी लाने के लिए हर जिले में रिपोर्टिंग पुलिस चौकी खोली जाएगी, जहां महिला थानों में दर्ज मीडिएशन से संबंधित मामलों की सुनवाई की जाएगी। यह रिपोर्टिंग चौकी के हर जिले में एएसपी के नेतृत्व में काम करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने आवास पर मिशन शक्ति की प्रगति की समीक्षा करते हुए एक से अधिक एएसपी की तैनाती वाले जिलों में दो रिपोर्टिंग चौकियां स्थापित करने का निर्देश दिया। सरकार के इस कदम से अब महिला थानों में दर्ज घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडऩ, तीन तलाक व ऐसे अन्य मामलों में पीडि़त महिला को ज्यादा भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। उनके मामलों की विवेचना भी तेज गति से हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। इसके दृष्टिगत मिशन शक्ति के तहत महिला सशक्तीकरण से संबंधित विभिन्न विभागीय आयोजन 26 फरवरी से शुरू कर दिए जाएं।
सीएम ने कहा कि इस अभियान का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और महिलाओं की सुरक्षा और आत्मसम्मान के प्रति समाज अब और जागरूक हो रहा है। उन्होंने राजस्व विभाग को घरौनी के तहत स्वामित्व का अधिकार घर की महिला को देने का निर्देश दिया। ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक शौचालयों में महिला कर्मियों की तैनाती जल्द करने को कहा। योगी ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश भी दिया। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने मिशन शक्ति के दूसरे चरण की योजनाओं व विभागों के योगदान का प्रस्तुतिकरण किया।
इसमें महिला साइबर क्राइम सेल, महिला सुरक्षा समिति के गठन, समिति के स्वरूप, महिला हेल्प डेस्क में प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा, अत्यधिक वृद्ध महिला कैदियों व शारीरिक रूप से अशक्त महिला कैदियों की रिहाई, मिशन शक्ति पुरस्कार व अन्य योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। मिशन शक्ति से जुड़े विभागों के कार्यों व उपलब्धियां भी बताई गईं।