युवक ने पेश की इंसानियत की मिसाल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना संकट में एक तरफ जहां लोग खुद को वायरस से दूर रखने के तमाम प्रयास में लगे रहे, वहीं दूसरी तरफ लखनऊ के मिलिंद राज ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। इन्होंने एक दिव्यांग आवारा डॉग की देखभाल के लिए रोबोट बनाकर उसकी जिंदगी को लौ दी है। कोरोना काल के दौरान उन्हें एक स्ट्रीट डॉग मिला। उसकी देखभाल के लिए उन्होंने एक रोबोट तैयार किया। यह रोबोट उनकी गैरहाजिरी में डॉग को खाना खिलाने से लेकर निगरानी भी करता है।
मिलिंद बताते हैं कि मैं महामारी के पीक समय के दौरान इस डॉग को मिला। उसे डॉक्टर के पास ले गया, जिसने मुझे बताया कि वह अंधा और बहरा है। इसके बाद मैं उसे घर ले आया। अब वह मेरे साथ ही रहता है। उसकी देखभाल के लिए एक रोबोट का निर्माण किया है, जो मेरी अनुपस्थिति में उसे खाना खिलाता और निगरानी करता है।
15 दिन में तैयार किया था ड्रोन सेनिटाइजर…
गोमतीनगर के विभूतिखंड निवासी मिलिंद राज विधि के छात्र हैं। इससे पहले इन्होंने कोरोना संकट के दौरान ड्रोन सैनिटाइजर का निर्माण किया था। जिसकी मदद से ड्रोन के जरिये बड़ी संख्या में गाड़ियों को सैनिटाइज किया जा सकता है। ड्रोन सैनिटाइजर उन्होनें 15 दिन की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया था। ड्रोन का वजन लगभग दस किलोग्राम बताया गया। यह अभी आठ किलोमीटर तक उड़ सकता है। यह सैनिटाइज ड्रोन स्प्रे तकरीबन डेढ़ मीटर चौड़ा और आधा मीटर ऊंचा है एवं इसमें 7-10 लीटर की टंकी है।जिसमें सैनिटाइजर केमिकल भरा जाता है।