तीन बड़े बिल्डरों के लाइसेंस निरस्त हो सकते है
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :खुद के आशियाने का सपना दिखाने वाले तीन बिल्डरों पर लखनऊ विकास प्राधिकरण आज खाका तैयार करेगा। इंटीग्रेटेड टाउनशिप के तहत लाइसेंस लेने वाले बिल्डर रोहतास (इंडस), शिप्रा औ तुलसियानी पर 17 फरवरी को डीएम व लविप्रा उपाध्यक्ष फैसला करेंगे। इनके लाइसेंस निरस्त करने की बात पहले ही की जा चुकी है। अब देखना है इस पर आज मोहर लगती है या आगे की तिथियों पर निर्णय छोड़ा जाता है।
लविप्रा के मुताबिक, शिप्रा एस्टेट बिल्डर को 18 सितंबर 2015 में करीब 372 एकड़ में टाउनशिप विकसित करने का लाइसेंस दिया गया था। लविप्रा में डीपीआर जमा किया लेकिन जमीन के दस्तावेज नहीं दिए। शुल्क भी नहीं जमा कराया। इसी तरह तुलसियानी बिल्डर ने भी डीपीआर ही अभी तक जमा नहीं किया। सूत्रों की माने तो अगस्त 2015 को तलसियानी को 60 एकड़ में टाउनशिप विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। नई जेल रोड पर टाउनशिप विकासित करनी थी। छह साल तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्राधिकरण में जमा ही नहीं की।
झूठे सपने दिखाते रहे बिल्डर: लविप्रा ने रोहतास की कंपनी इंडस को रायबरेली रोड़ पर टाउनशिपग बसाने का वादा किया था। यहां करीब 139 एकड़ की टाउनशिप पर आवासीय योजना का खाका तैयार करना था। यहां डेढ़ हजार से अधिक लोगों को बिल्डर द्वारा पैसा लिया गया, लेकिन आज तक छत का सपना साकार नहीं किया। लविप्रा के मुताबिक बिल्डर को सात जुलाई 2015 को इंटीग्रेटेड टाउनशिप का लाइसेंस मिला था।