उत्तर प्रदेशराज्य

रंगदारी मांगने से दहशत में बिल्‍डर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : प्रदेश में अनगिनत मुठभेड़ और रंगदारी जैसे अपराध के प्रति प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस की नीति के बावजूद एक बिल्डर से बदमाश ने 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इस बदमाश से बिल्डर इतनी दहशत में है कि उसने खुद को और अपने परिवार को घर में बंद कर लिया है। कभी निकलना हो तो वह बाहर से ताला लगाकर जाता है। घटना के 20 दिन बाद रविवार को पुलिस ने उसे एक गनर मुहैया करा दिया, लेकिन बदमाश खुली हवा में घूम रहा है।

उत्‍तर प्रदेश में अनगिनत मुठभेड़ और रंगदारी जैसे अपराध के प्रति सरकार की जीरो टालरेंस नीति के बावजूद एक बिल्डर से बदमाश ने 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।

मेडिकल थाना क्षेत्र के सराय काजी निवासी अशोक सैनी बिल्डर हैं। उन्होंने 2013 में मवाना रोड पर वृंदावन कालोनी विकसित की थी। अशोक ने बताया कि गत 25 जनवरी की दोपहर उनके पास फोन आया था। कालर ने अपना नाम वीरेंद्र ढाका बताते हुए पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। अगले दिन पुलिस से शिकायत कर दी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। बदमाश के फोन लगातार आते रहे। गत एक फरवरी को रिपोर्ट दर्ज हो गई थी। बदमाश और उसके गुर्गे उनके परिवार का भी पीछा कर रहे थे। दहशत में उन्होंने स्वजन संग खुद को घर में बंद कर लिया था। रविवार को पुलिस ने उनको एक गनर दे दिया। उन्होंने बताया कि स्वजन तो घर के अंदर हैं और उन्होंने बाहर से ताला लगा रखा है। इस मामले में थाना प्रभारी प्रशांत गौतम ने बताया कि बिल्डर को सुरक्षा दे दी गई है। बदमाश की धरपकड़ के लिए सर्विलांस का भी सहारा लिया जा रहा है।

सुबह मिला गनर, शाम को चला गया

बिल्डर ने बताया कि सुबह वह थाने गए थे, जिसके बाद उनको एक गनर मिला। शाम करीब सवा पांच बजे वह सुबह आने के लिए बोलकर चला गया।

मंडप संचालक से मांगी 50 हजार की रंगदारी

मंडप चलाने की एवज में संचालक से 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी गई है। मंडप संचालक ने आरोपित को नामजद करते हुए तहरीर दी है। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर उनसे बातचीत की। पुलिस के अनुसार मामला रंगदारी का नहीं, बल्कि वर्चस्व का है। नौचंदी थाना क्षेत्र के गढ़ रोड पर सुभाष गुप्ता का राज राजेश्वरी मंडप है। उन्होंने पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति पर मंडप चलाने की एवज में पचास हजार रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। इसके खिलाफ उन्होंने नौचंदी थाने में एक शिकायत पत्र भी दिया था।

Related Articles

Back to top button