उत्तर प्रदेशराज्य

रिहा किए गए 83 कैदी

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद 83 कैदियों को रिहा कर दिया गया। नारी बंदी निकेतन लखनऊ से रिहा हुईं 24 महिला कैदियों ने बृहस्पतिवार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की। इस मौके पर राज्यपाल ने रिहा हुई महिलाओं को शॉल और अन्य उपहार भेंट किए और वचन लिया कि भविष्य में अब वे कोई अपराध नहीं करेंगी। इस मौके पर डीजी जेल आनंद कुमार ने सजायाफ्ता बुजुर्गों, बीमारों, महिलाओं और लाचारों की रिहाई के लिए राज्यपाल का आभार जताया।

 

                                              राज्यपाल से मिलीं महिला कैदी 

उन्होंने कारागार विभाग की ओर से स्मृति चिह्न भी भेंट किया। इस मौके पर नारी बंदी निकेतन की प्रभारी अधीक्षिका नयनतारा बनर्जी भी मौजूद थीं। आनंद कुमार ने बताया कि शासन स्तर पर ऐसे ही कुछ अन्य कैदियों को रिहाई के प्रयास किए जा रहे हैं।

रिहाई के बाद सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं महिला कैदी : राज्यपाल

गणतंत्र दिवस के असवार पर नारी बंदी निकेतन की 24 महिला कैदियों को रिहा किया गया। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राजभवन में रिहा होने वाली इन महिला कैदियों को साड़ी, शॉल और मिठाई भेंट कर कहा कि अब वह अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें।

इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने लंबी सजा के कुल 83 बंदियों की रिहाई के आदेश दिए हैं। इनमें 30 महिला बंदी शामिल हैं। इन्हीं 30 में से 24 महिला बंदियों को बुधवार को रिहा किया गया जिनको राजभवन लाया गया था। यहां हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह सभी कारागार से मुक्त होकर अपने परिवार के पास जा रही हैं।

राज्यपाल ने कहा कि रिहा होने वाली सभी महिला बंदियों के खातों में कारागार विभाग ने उनके द्वारा कमाई धनराशि उन सबके खाते में डाल दी गयी है। उन्होंने कहा कि उचित होगा कि अपनी आय की धनराशि अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में उपयोग करें। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार हुनरमंदों के लिए अनेक योजनाएं भी चला रही है।

 

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