यूपी के ज़िले की छवि बिगाड़ने का आरोप
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज़ ‘तांडव’ को लेकर बवाल अभी पूरी तरह थमा भी नहीं कि अब ‘मिर्ज़ापुर’ सीरीज़ पर विवाद शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के मीरज़ापुर ज़िले की छवि बिगाड़ने के आरोप को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सीरीज़ के निर्माताओं और अमेज़न प्राइम वीडियो को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। उच्चतम न्यायालय में इन आरोपों को लेकर एक याचिका दायर की गयी है, जिस पर कार्रवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस भेजा है।
‘मिर्ज़ापुर’ वेब सीरीज़ का निर्माण फ़रहान अख़्तर और रितेश सिधवानी ने किया है। इसका पहला सीज़न 2018 में अमेज़न प्राइम पर स्ट्रीम किया गया था। दूसरा सीज़न 2020 के अक्टूबर महीने में स्ट्रीम किया गया। मिर्ज़ापुर एक क्राइम ड्रामा वेब सीरीज़ है, जिसकी कहानी पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों में दिखायी गयी है। सीरीज़ में पंकज त्रिपाठी ने एक क्राइम सिंडिकेट के मुखिया अखंडानंद त्रिपाठी यानी कालीन भैया का किरदार निभाया है, जिसका अवैध हथियारों का कारोबार है। अली फ़ज़ल, दिव्येंदु शर्मा, विक्रांत मैसी, रसिका दुग्गल, श्वेता त्रिपाठी शर्मा और कुलभूषण खरबंदा ने मुख्य किरदार निभाये हैं।
इससे पहले धार्मिक भावनाओं को आहत करने और ज़िले की छवि बिगाड़ने के आरोपों को लेकर निर्माताओं रितेश सिधवानी, फरहान अख़तर और भौमिक गोंडालिया के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 295 ए, 504 और 505 के तहत मीरज़ापुर कोतवाली देहात थाने में पुलिस रिपोर्ट भी दर्ज़ करवायी गयी थी। रिपोर्ट अरविंद चतुर्वेदी की ओर से दर्ज़ करवायी गयी, जिनका कहना है कि वेब सीरीज़ में गालीगलौज और अवैध संबंधों को दिखाया गया है।
अमेज़न प्राइम की पॉलिटिकल-थ्रिलर वेब सीरीज़ भी इन दिनों विवादों के केंद्र में है। सीरीज़ पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और जातिगत टिप्पणियों का इस्तेमाल करने के आरोप हैं। हालांकि, सीरीज़ के निर्माताओं ने विवादित दृश्यों और संवादों को हटाने का एलान करते हुए माफ़ी मांग ली थी।