उत्तर प्रदेशराज्य

उच्च सदन में एसपी का रहेगा बहुमत

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी को खाली हो रही विधान परिषद की 12 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गयी है। एमएलसी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी 10 और समाजवादी पार्टी के दोनों प्रत्याशियों का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है। दोनों दलों के इन 12 प्रत्याशियों को 21 जनवरी को अपराह्न तीन बजे नामांकन वापसी की अवधि बीतने के बाद निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपे जाएंगे। फिलहाल नामांकन पत्रों की जांच हो रही है, जबकि 21 जनवरी को नाम वापसी का अंतिम दिन है।

सपा के दोनों प्रत्याशी के निर्वाचित होने पर विधान परिषद में उसके 51 सदस्य हो जाएंगे। वहीं भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 32 और बसपा की घटकर छह हो जाएगी।

यूपी एमएलसी चुनाव में निर्दल प्रत्याशी महेश चंद्र शर्मा का पर्चा खारिज होने के बाद नामांकन करने वाले भाजपा प्रत्याशी व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा, कुंवर मानवेंद्र सिंह, लक्ष्मण आचार्य, गोविंद नारायण शुक्ल, सेवानिवृत आइएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, सलिल विश्नोई, अश्विनी त्यागी, सुरेंद्र चौधरी व धर्मवीर प्रजापति और सपा उम्मीदवार अहमद हसन व राजेंद्र चौधरी के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है। निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दुबे ने बताया कि प्रस्तावक न जुटा पाने और जमानत राशि न जमा करने के कारण निर्दल महेश चंद्र शर्मा का पर्चा खारिज कर दिया गया।

विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को खत्म हो रहा है। इन 12 सीटों के लिए ही यह चुनाव हो रहा है। विधान परिषद में अभी सपा के 55, भाजपा के 25, बसपा के आठ, कांग्रेस के दो, अपना दल (एस) के एक, शिक्षक दल के एक, निर्दलीय समूह के दो तथा तीन निर्दलीय सदस्य हैं। तीन सीटें रिक्त हैं। भाजपा के 10 प्रत्याशी जीतने के बाद भी सदन में सपा का बहुमत रहेगा।

सपा के दोनों प्रत्याशी के निर्वाचित होने पर विधान परिषद में उसके 51 सदस्य हो जाएंगे। वहीं भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 32 और बसपा की घटकर छह हो जाएगी। तब सदन में कांग्रेस, शिक्षक दल व निर्दलीय समूह के दो-दो सदस्य होंगे। अपना दल (एस) का एक और दो दो निर्दलीय सदस्य होंगे। सपा एमएलसी बनवारी लाल यादव और एसआरएस यादव के निधन से दो सीटें रिक्त हैं।

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