बेहतर साबित हुई लखनऊ कमिश्नरेट
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ कमिश्नरेट ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में स्थापना दिवस समारोह मनाया। इस दौरान एक साल की रिपोर्ट पेश की गई। तीन साल के तुलनात्मक आंकड़ों में लखनऊ कमिश्नरेट पूर्व की अपेक्षा बेहतर साबित हुई। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 व 2019 की अपेक्षा वर्ष 2020 में न केवल अपराध कम हुए, बल्कि अपराधियों के खिलाफ सर्वाधिक कार्रवाई भी की गई। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने ई-मालखाना योजना का शुभारंभ किया। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर विभूतिखंड थाने के मालखाने को ऑनलाइन कर इसकी शुरुआत की गई। पुलिस आयुक्त ने कहा कि मालखाना में जमा सामग्री का यूनिक कोड बनाया जाएगा। इसके जरिए कोर्ट में ऑनलाइन साक्ष्य प्रस्तुत किया जा सकेगा।
पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद सभी थानों में इसे लागू किया जाएगा। इससे पहले संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोरा ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से तीन साल के आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में सबसे ज्यादा एनएसए की कार्रवाई लखनऊ पुलिस ने की है। उन्होंने कोरोना काल में किए गए कार्यों का ब्योरा रखा। उन्होंने बताया कि सीएए व एनआरसी, डिफेंस एक्सपो, वीआइपी विजिट और त्योहारों में पुलिस ने बेहतर प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था बनाए रखा। संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध निलाब्जा चौधरी ने क्राइम से जुड़े मामलों की रिपोर्ट सार्वजनिक की।
सम्मानित किए गए पुलिसकर्मी
पुलिस आयुक्त ने एक साल में बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। इनमें आरक्षी, दारोगा, इंस्पेक्टर, एसीपी, डीसीपी जेसीपी कानून व्यवस्था और जेसीपी निलाब्जा चौधरी शामिल हैं।