रेलवे ने मालगाड़ी चलाने में तोड़ा रिकार्ड
रेलवे अपने आपको आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसके तहत अगस्त में दो गुना मालगाड़ी से माल की ढुलाई की है। मुरादाबाद रेल मंडल ने सोमवार को मालगाड़ी चलाने में अपना ही रिकार्ड तोड़ा है। मंडल रेल प्रशासन ने इस माह में 49 हजार अतिरिक्त आय भी अर्जित की है।
कोरोना काल में अन्य उद्योग की तरह रेलवे भी आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। नियमित चलने वाली ट्रेनें बंद कर दी गईं हैंं। रेलवे आय कम होने से लगातार खर्च में कटौती भी कर रहा है। अनलॉक होने के बाद कारोबार शुरू हुआ तो रेल प्रशासन ने आय बढ़ाने को माल ढुलाई पर सारा ध्यान केंद्रित कर दिया है। इसके लिए अधिकारियों की टीम लगाई गई है। जिसका प्रमाण एक के पीछे एक दौड़ती मालगाड़ी है। पिछले साल अगस्त में मुरादाबाद मंडल से 3736 मालगाड़ी चलाई गई थी। कारोबार संकट होने पर इस साल अगस्त में 5625 मालगाड़ी चलाया गई। जिसमें खाद्यान्न, कोयला, ऑटोमोबाइल, दवा, खाद, सीमेंट, छोटे-छोटे व्यापारियों के माल की ढुलाई की गई ।
इन मालगाड़ियों की ढुलाई से मुरादाबाद को लाभ का कितना अंश मिलेगा, इसका निर्धारण रेलवे बोर्ड स्तर से तय किया जाता है। मुरादाबाद रेल मंडल में सौ मालगाड़ी द्वारा चीनी की ढुलाई की गई है। जिससे रेलवे ने 49 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की है।
मालगाड़ी के चलाने में अधिकारी के साथ कर्मचारी भी लगातार प्रयास कर रहे हैं। सोमवार को मुरादाबाद रेल मंडल ने अपना ही रिकार्ड तोड़ा है। मंडल से अभी तक 24 घंटे में 210 मालगाड़़ी चलाई गई थी। सोमवार को मंडल से 213 मालगाड़ी चलाने का रिकार्ड कायम किया गया। सोमवार को यह हालत हो गए थे कि मालगाड़ी चलाने के लिए चालक की कमी हो गई थी। राजधानी, शताब्दी चलाने वाले चालकों से मालगाड़ी चलवाई गईं। प्रवर मंडल परिचालन प्रबंधक नवीन कुमार ने बताया कि अगस्त में मंडल में 5625 मालगाड़ी चलाने का रिकार्ड कायम किया है। जो पिछले साल से लगभग दो गुना है।