उत्तर प्रदेशलखनऊ

नकली उर्वरक बिगाड़ रहा फसल की सेहत

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :सरकार किसानों की आय दो गुनी करने का प्रयास भले ही कर रही हो, लेकिन नकली उर्वरक फसलों की सेहत खराब कर किसानों की जेब काट कर रहे हैं। राजधानी में करीब 500 दुकानों में करीब 300 दुकानों में चले छापेमारी अभियान में नकली उर्वरक के साथ आलू के गोदाम में खाद बनाते अपराधियों को पकड़ा गया। 100 नमूनों को जांच के लिए भेजा गया। बावजूद इसके काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है।

लखनऊ छापेमारी के बावजूद फलफूल रहा कारोबार। आलू गोदाम में बन रहा था उर्वरक 500 दुकानों में 300 में की गई छापेमारी 100 नमूने जांच के लिए भेजे गए।

 

चार दिसंबर को ठाकुरगंज के आलू गोदाम में कई नामी कंपनियों के नकली उर्वरक बनाने के कारोबार को पकड़ा गया था। जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा की ओर से थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। मलिहाबाद में संदिग्ध उर्वरक ले जा रहे पिकअप चालक अमित को पकड़ा गया और उसके विरुद्ध मासूम किसानों के साथ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया। छह दिसंबर को ठाकुरगंज के घसियारी मंडी के पास अरविंद पुस्तक भंडार में एक हजार बोरी नकली उर्वरक पाया गया। सर्विलांस से मिली सूचना के आधार पर उसे सील कर कार्रवाई की गई। 16 दिसंबर को उप कृषि निदेशक डा.सीपी श्रीवास्तव, जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह व जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा, भूमि संरक्षण अधिकारी संगीता कटियार व उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी की संयुक्त टीम ने एक साथ 32 स्थानों पर छापेमारी करके कारोबारियों की नींद उड़ा दी और उर्वरक के 15 संदिग्ध नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए।

किसानों ने की शिकायत

मलिहाबाद, गोसाईगंज व माल सहित कई इलाकों के एक किसान ने जिला कृषि अधिकारी से यूरिया डालने पर फसल खराब होने की शिकायत की। नकली उवर्रक बनाने वाले कारोबारी किसानों के ऊपर दबाव बनाकर शिकायत न करने की धमकी भी देते रहे। अब अधिकारियों की ओर से कार्रवाई की गई तो अधिकारी को ही निलंबित करने की धमकी मिलने लगी है।

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