चालान से जानता की जेब ढीली, जाम से वाहनों की रफ्तार धीमी
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ : भले ही यातायात माह में राजधानी की ट्रैफिक पुलिस 73785 चालन करके जनता से 1,32,01750 रुपये जुर्माना वसूलने कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का दम भर रही है। पर स्थित इससे उलट है। क्योंकि एक से 30 नवंबर तक चला यातायात माह सिर्फ चालान और जुर्माने तक सिमट कर रह गया, लेकिन यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी। लोग आलमबाग से लेकर चारबाग, कैसरबाग, अमीनाबाद, डालीगंज चौराहा, मेडिकल कॉलेज, पत्रकारपुरम और डंडहिया के आस पास जाम की जद्दोजहद से रोजोना दो-चार हो रहे हैं।मुख्य मार्ग से लेकर लिंक रोड तक फैले अतिक्रमण के कारण वाहनों के पहिए जाम हो गए हैं।
आलमबाग में बाराविरवा चौराहे से लेकर टेढ़ी पुलिया और मवैया से फिर चारबाग तक पूरा मार्ग ठेले खोमचों के अतिक्रमण से पटा है। जिसके कारण यहां दिन भर वाहन रेंगते रहते हैं। पार्किंग के लिए कोई सटीक व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण लोग सड़कों पर वाहनों को पार्क करते हैं। इस मार्ग की पूरी यातायात व्यवस्था चरमाई हुई है। दिन भर लोग जाम से जूझते रहते हैं। इसके साथ ही यहां के व्यापारी भी काफी परेशान हैं।
सिर्फ क्रेन से वाहन उठाकर जुर्माना वसूल रही पुलिस
अलमबाग व्यापार मंडल के कार्यवाह अध्यक्ष सतीश आडवाणी ने बताया की पूरा बाजार अवैध ठेलों और खोमचे वालों के अतिक्रमण से त्रस्त है। पार्किंग की कोई सटीक व्यवस्था नहीं है। ट्रैफिक पुलिस यातायात सुधारने के बजाए व्यापारियों को और परेशान कर रही है। दुकान के बाहर जरा सा देर ग्राहक अगर वाहन रोकते हैं तो वह क्रेन से उठा ले जाते हैं। इसके कारण दुकानों में ग्राहकों ने आना बंद कर दिया है। सराफा व्यवसायी राजीव गुप्ता ने बताया कि ग्राहकों की कोई सुरक्षा नहीं है।
अमीनाबाद में पैदल चलना मुश्किलअमीनाबाद में पैदल चलना मुश्किल हो गया। यहां फुटपाथ से सड़क पर लगी दुकानों के कारण दिन भर जाम की जद्दोजहद से लोगों को गुजरना पड़ता है। पूरे बाजार में यातायात के लिहाज से सिर्फ अव्यव्थाएं हैं इसके अलावा कुछ नहीं। पहले जब पांच रूट वन-वे थे तो कुछ राहत थी। अब वन-वे व्यवस्था खत्म हो गई है।