लखनऊ में इस बार कम होगा धमाका-धुआं
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :दिवाली पर्व में अब चंद दिन ही रह गए हैं। इस बार इको फ्रेंडली पटाखों की भरमार है। काकोरी के थोक बाजार में जो नई वैरायटी आई हैं उनमें धुआं और धमाका इस बार कम होगा, लेकिन आकाश में आतिशबाजी की चमक का रण जरूर देखने को मिलेगा। आकाशीय ऐसे-ऐसे आइटम की भरमार है जो आसमान पर रंगीन रोशनी की छटा बिखेर देंगे। बाजार में आसपास के जिलों के खरीदारों का जमावड़ा सोमवार को देखने को मिला। सबसे महंगे और वजनदार आइटम के रूप में 21 सेंचुरी के नाम से आया नया पटाखा है। इसकी कीमत 8200 रुपये है। बड़ी कंपनियों ने इस बार एक साथ दगने वाली चटाई नहीं बनाई है।
रात में दिन का नजारा देगा यह महंगा आइटम
21 सेंचुरी में 21 नलकियां लगी हुई हैं जिनमें इको ग्रीन मैटीरियल भरा हुआ है। कारोबारी अर्पित जायसवाल बताते हैं कि इस पटाखे को जब छुड़ाया जाता है तो यह एक निश्चित ऊंचाई पर जाकर एक-एक कर 21 बार धमाके के साथ फटता है। हर बार अलग-अलग रंगों की रोशनी से आकाश काफी देर तक प्रकाशवान रहता है। हालांकि यह पटाखा ले जाने में थोड़ा भारी है। इसे छत या फिर खुले स्थान से चलाया जाता है। सोनी की कई बेहतरीन नई पटाखों की रेंज बाजार में हैं।
गोल्डेन छतरी और ग्रीन पार्क का भी जलवा निराला
जोडियम गोल्डेन छतरी सुनहरी रोशनी के साथ बाजार में छा जाता है तो ग्रीन पार्क से हरे मोतियों के रूप में प्रकाश और मामूली आवाज के साथ आकाश को रोशन कर देता है। इसके अलावा चिदंबरम 240 शाट्स तीन हजार रुपये और टर्मिनेटर 2400 रुपये कीमत वाले पटाखों की मांग है। 900 रुपये की सिना, गोल्डेन आई भी पसंदीदा पटाखाें में है।
बच्चों के लिए मॉकटेल अनार और डोरेमाॅन एवं गैस सिलेंडर पटाखा
बच्चों के लिए थोक बाजार में तमाम आइटम नजर आए। जहां तीन सौ रुपये का मॉकटेल पटाखा, 50 रुपये में दस पीस वाला डोरेमान, गैस सिलेंडर, ग्रेनाइड और दो सौ रुपये में 75 सेमी. लंबी पांच पीस वाली इको फ्रेंडली फुलझड़ी और चकरघिन्नी आदि की खरीदार भी थे। थोक दुकान में अपने परिजन के साथ एक बच्ची खुद इक्रो ग्रीन पटाखे पसंद करती दिखी।