लखनऊ को मिलने जा रहे दो नए पुल, टेक्सटाइल पार्क के साथ इन गांवों के लिए साबित होंगे ‘वरदान’
स्वतंत्रदेश ,लखनऊपीएम टेक्सटाइल पार्क को कनेक्ट करने वाले दो सेतु न सिर्फ टेक्सटाइल जाने वाले हजारों लोगों को राहत देंगे बल्कि आसपास बसे कई गांवों के लिए वरदान साबित होने जा रहे है। यह सेतु अस्सी प्रतिशत से अधिक बन गए हैं।
अगर यही रफ्तार रही तो मार्च 2026 तक इन्हें शुरू भी किया जा सकता है। मलिहाबाद में बन रहे टेक्सटाइल पार्क को गति देने के लिए सेतु निगम रैथा में दो सेतु बना रहा है। खास बात है एक सेतु से लोग चढ़ सकेंगे और दूसरे सेतु से उतर सकेंगे।अगल-बगल बन रहे प्रत्येक सेतु की लंबाई 212 मीटर है। इन सेतु के बन जाने से मलिहाबाद के अटारी गांव में बन रहे प्रधानमंत्री टेक्सटाइल पार्क तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। वर्तमान में लोगों को अटारी तक पहुंचने के लिए जेहटा गांव का रास्ता अपनाना पड़ता है।

अब इससे निजात मिल जाएगी और रैथा सेतु का भविष्य में उपयोग करके लोग आ जा सकेंगे। यही नहीं रैथा सेतु से पीएम टेक्सटाइल पार्क मात्र नौ किमी. की दूरी पर है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 29 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
यहां पीएम टेक्स्टाइल पार्क बनने की घोषणा जिस समय हुई थी तभी सेतु बनाने का खाका भी तैयार कर लिया गया था। उसी क्रम में यह काम तेजी से शुरू हुआ था। वर्तमान में सेतु निगम अभियंता कहते हैं कि रैथा गांव से सेतु उठेगा और कोलवा गांव में उतरेगा।
गोमती नदी पर बन रहे इस सेतु से टेक्सटाइल पार्क पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। सेतु निगम के अभियंताओं ने इस काम को खत्म करने की मियाद मार्च 2026 रखी है। वर्तमान में अस्सी प्रतिशत काम यहां हो गया है।
हालांकि सेतु कार्य में लगी टीम दिसंबर 2025 में ही निर्माण से जुड़ा काम करने का प्रयास कर रही है। अभियंताओं के मुताबिक फिनिशिंग से जुड़े काम जनवरी या फिर फरवरी से शुरू कर दिए जाएंगे।