KGMU में बनेगा एक और ट्रामा सेंटर
स्वतंत्रदेश ,लखनऊकेजीएमयू का ट्रामा सेंटर वर्ष 2003 में शुरू हुआ था। चार मंजिला भवन की क्षमता इस समय 403 बेड की है। बेड की तुलना में दो गुणा अधिक मरीज रोजाना यहां आते हैं। ऐसे में कई रोगियों को बिना उपचार लौटना पड़ता है।

इसे देखते हुए केजीएमयू प्रशासन ने एमएस कार्यालय और नर्सिंग भवन समेत कई जर्जर भवन गिराकर उनके स्थान पर ट्रामा सेंटर का नया भवन बनाने का निर्णय लिया है। ट्रामा सेंटर फेज-2 में सात मंजिला भवन के साथ ही दो बेसमेंट भी होंगे, ताकि पार्किंग की समस्या दूर हो सके।ट्रामा-दो बनने से गंभीर मरीजों का इलाज आसान हाे सकेगा। ट्रामा, इमरजेंसी मेडिसिन के मरीज अलग-अलग होंगे। भर्ती ट्रामा सेंटर फेज-2 के नए भवन में सड़क दुर्घटना वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जबकि पुराना भवन गंभीर रोगियों के लिए आरक्षित रहेगा। अभी पुराने भवन में ही दोनों तरीके के मरीज भर्ती किए जाते हैं।दुर्घटना में घायल मरीज खून से लथपथ होते हैं। ऐसे में इमरजेंसी मेडिसिन वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक ही मशीन पर जांच आदि करने में भी असुविधा होती है।