तेज धूप झुलसाने लगी त्वचा, अस्पतालों में पहुंच रहे 10-15 मरीज
स्वतंत्रदेश ,लखनऊकड़ी धूप त्वचा झुलसाने लगी है। इससे सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना सनबर्न के मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों ने लोगों को तेज धूप से बचने की सलाह दी है। बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी के मुताबिक, ओपीडी में रोजाना 10 से 15 मरीज सनबर्न के आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सन बर्न में त्वचा का रंग बदल जाता है। दाने निकलने के साथ लालिमा आ जाती है। ऐसे में लो सन रेडिशन से बचे। महिलाएं चेहरे पर दुपट्टा लपेट कर निकलें। पुरुष गमछा या टोपी लगाएं। सन स्क्रीन लोशन लगाएं और खूब पानी पीएं।
उन्होंने बताया कि मेडिकल की भाषा में इसे पॉलिमार्फिक लाइट इरेक्शन (पीएलई) कहते हैं। जो मामले आ रहे हैं, उनमें महिलाओं की संख्या अधिक है, क्योंकि उनकी त्वचा कोमल होती है। कई महिलाएं सनबर्न से बचाव के लिए सुझाव लेने भी पहुंच रही हैं। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि कुछ दिनों से सनबर्न के केस बढ़े हैं। ओपीडी में जरूरी दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। डॉक्टर इलाज के साथ बचाव की जानकारी भी दे रहे हैं।
छाते का इस्तेमाल करें
डॉ. उस्मानी ने बताया कि सनबर्न से सबसे अच्छा बचाव छाते का उपयोग कर किया जा सकता है। महिलाएं इसे लाइफ स्टाइल का हिस्सा बनाएं। इंग्लैंड में महिलाएं छाता लगाकर ही बाहर निकलती हैं। यदि छाते का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं तो दुपट्टे से चेहरे को ढककर जरूर रखें।
सन स्क्रीन जरूर लगाएं
महिलाएं सनबर्न से बचने के लिए सन स्क्रीन क्रीम का उपयोग तो करती हैं, लेकिन इसके इस्तेमाल का सही तरीका पता न होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डॉ. उस्मानी के मुताबिक सन स्क्रीन क्रीम को बाहर निकलने से करीब 15 मिनट पहले लगाना चाहिए। इसका असर महज चार से पांच घंटे तक रहता है। इसके बाद क्रीम को धुलकर दोबारा लगाना चाहिए।