राज्यसभा में विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी
स्वतंत्रदेश,लखनऊप्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा ‘जिस कांग्रेस की अपने नेता की कोई गारंटी नहीं, अपनी नीति की कोई गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। हम ऐसा क्यों कहते हैं हम ऐसा क्यों देख रहे हैं।’प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा चलायी जा रहीं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ग्रीन हाइड्रोजन, एथेनॉल की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। इससे जो पैसा बचेगा, वो किसान की जेब में जाएगा। देश के किसानों को जैविक खेती की तरफ आगे बढ़ा रहे हैं। यूएन के माध्यम से श्रीअन्न का अभियान चलाया। आने वाले वर्षों में भारत के किसानों के सुपरफूड की चर्चा होगी। किसानों के लिए ड्रोन दीदी कार्यक्रम की शुरुआत की है। नैनो यूरिया, नैनो डीएपी के क्षेत्र में सफलता पायी है। सहकारिता क्षेत्र में नया मंत्रालय बनाया है। पशुपालन, मछलीपालन की दिशा में भी हम तेजी से विकास करेंगे।’
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केंद्र और राज्यों ने मिलकर कोविड के मुश्किल समय का सामना किया’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इनका हाथ, जहां भी लगता है, उसका डूबना तय है। देश में भ्रम मत फैलाइए। इन लोगों की मर्यादा इतनी है कि इन्होंने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बनाकर दिया है, और वो नॉन स्टार्टर है। वो लॉन्च ही नहीं हो पा रहा है। मेरा सौभाग्य रहा कि मैं लंबे समय तक राज्य का मुख्यमंत्री रहा तो मुझे स्थानीय लोगों की एस्पिरेशन का पता है। हम राज्यों के विकास से ही राष्ट्र का विकास कर सकते हैं और इस पर कोई विवाद नहीं हो सकता। राज्यों के बीच तंदरुस्त स्पर्धा होनी चाहिए। कोविड के समय में भी मैंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ 20 बैठकें की। केंद्र और राज्यों ने मिलकर उस मुश्किल का सामना किया और राज्यों को भी इसका क्रेडिट लेने का अधिकार है। जी20 का आयोजन हम दिल्ली में कर सकते हैं, लेकिन हमने राज्यों में इसकी बैठकें की। सभी राज्यों में बैठकें हुईं, सभी को इसका यश मिला। पूरी दुनिया को हमारे देश के कोने-कोने का एक्सपोजर मिले, हमारा यही प्रयास है।’
‘मैं आजाद भारत में पैदा हुआ, मेरे विचार, सपने आजाद’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकारी कंपनियों को लेकर हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं। जिनका कोई आधार नहीं है। लोगों को याद है कि मारुति के शेयर की चर्चाएं होती थी। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता। बीएसएनल, एमटीएनएल को बर्बाद करने वाले कौन हैं? जरा याद कीजिए एचएएल की क्या हालत करके रखी गई थी। जिन्होंने एचएएल को तबाह कर दिया, वो एचएएल के गेट पर जाकर भाषण झाड़ रहे थे। एयर इंडिया को किसने तबाह किया, ये हालत कौन लाया। कांग्रेस पार्टी और यूपीए उनकी बर्बादी से मुंह नहीं मोड़ सकते। मैं आजाद भारत में पैदा हुआ, मेरे विचार आजाद और मेरे सपने भी आजाद हैं। हम गुलामी की मानसिकता को ढोने वाले नहीं हैं।’
एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए किया काम’
‘हमने जो भी काम किया है, वो एससी, एसटी, ओबीसी के लिए किया है। हमारी योजनाओं से उन्हें अच्छी जीवन जीने का मौका मिला है। हमने इन्हीं वर्ग के लिए पीएम आवास, मुफ्त राशन, मुफ्त इलाज और उज्जवला योजनाएं काम कर रही हैं। लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जाता है। एससी-एसटी के लिए जो स्कॉलरशिप दी जाती है, वह बढ़ी है। उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़े हैं और ड्रॉपआउट की संख्या घटी है। एकलव्य स्कूल खोले जा रहे हैं।’
कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है’
मैंने सुना है लोकतंत्र में आपका कहने का अधिकार है और हमारी सुनने की जिम्मेदारी है। आज जो भी बातें हुई हैं, उसे मुझे देश के सामने रखना चाहिए। जब मैं सुनता हूं तब मेरा विश्वास पक्का हो गया कि यह पार्टी (कांग्रेस) सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच आउटडेटेड हो गई है, तो उनका काम भी आउटडेटेड हो गया है। देखते ही देखते इतने दशकों तक देश पर राज करने वाला दल, इतना बड़ा दल, उसका यह हाल हो गया। हमें खुशी नहीं हो रही, हमें संवेदना है। लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, जब मरीज ऐसा हो तो। ये बात सही है कि आज बहुत बड़ी बातें होती हैं, सुनने की ताकत भी खो चुके हैं। लेकिन मैं तो देश के सामने बात रखने के लिए जरूर कहूंगा। जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकातांत्रिक तरीकों से चुनकर आई सरकारों को रातों रात भंग कर दिया। बर्खास्त कर दिया। जिस कांग्रेस ने देश के संविधान-लोकतंत्र की मर्यादाओं को जेल के पीछे बंद कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की। जिस कांग्रेस ने देश को तोड़ने का नया नैरेटिव गढ़ने का काम किया है। जो उत्तर-दक्षिण को तोड़ने की बात कह रही है। वह हमें फेडरलिज्म पर प्रवचन दे रही है।’
‘जिस कांग्रेस ने जाति और भाषा के नाम पर देश को बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिस कांग्रेस ने आतंकवाद और अलगाववाद को अपने हित में पनपने दिया। जिस कांग्रेस ने पूर्वोत्तर को हिंसा, अलगाव और पिछड़ेपन में ढकेल दिया। जिस कांग्रेस के राज में नक्सलवाद को देश के लिए बड़ी चुनौती बनाकर छोड़ दिया। जिस कांग्रेस ने देश की बहुत बड़ी जमीन दुश्मनों के हवाले कर दी। जिस कांग्रेस ने देश की सेनाओं का आधुनिकीकरण होने से रोक दिया, वह आज हमें आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भाषण दे रहे हैं।’
‘जो कांग्रेस आजादी के बाद से ही कन्फ्यूज रही कि उद्योग जरूरी हैं या खेती जरूरी है। जो कन्फ्यूज रही कि राष्ट्रीयकरण करना है या निजीकरण करना है। जो कांग्रेस 10 वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था को 12 से 11 नंबर पर ला पाई। हमारे समय में अर्थव्यवस्था पांचवें नंबर पर आई। और ये हमें आर्थिक नीतियों पर भाषण दे रही है। जिस कांग्रेस ने कभी ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया। जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण नहीं दिया। जिसने बाबासाहेब के बजाय अपने ही परिवारों को भारत रत्न दिया। जिस कांग्रेस ने देश के सड़कों-चौक चौराहों को अपने ही परिवार के नाम दे दिए, वे हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं।’