यूपी में डायरिया को लेकर अलर्ट
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:बरसात के साथ डायरिया एक बार फिर से बेकाबू नजर आ रहा हैं। सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा मरीज डायरिया के हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री डिप्टी सीएम ने डायरिया को लेकर प्रदेशभर अलर्ट जारी किया हैं।प्रदेश के सभी 75 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) समेत सभी अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को दवाई के पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज करने की बात भी कही हैं।
डायरिया और डिहाइड्रेशन से मचा कोहराम
बारिश से पहले भीषण लू के चपेट में आने से राज्य में हीट स्ट्रोक के मामलों में अचानक से तेजी आई थी। इस बीच बारिश ने गर्मी के प्रभाव को जरूर कम किया पर उमस बेहद हावी रही। इस बीच लखनऊ समेत प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के दौरान अव्यवस्था का दौर हावी रहा। इसके चलते कई इलाकों में जलभराव की शिकायतें आई। यही कारण रहा कि 10 दिन के भीतर सरकारी अस्पतालों में डायरिया मरीजों की तादाद में पहले से कई गुना ज्यादा इजाफा हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स की माने तो डायरिया और डिहाइड्रेशन जैसे रोग फिलहाल कम नही होने वाले। यही कारण हैं कि सतर्कता बेहद जरूरी हैं। हल्की से लापरवाही भारी पड़ सकती हैं। लक्षण सामने आने पर बिना लापरवाही तत्काल डॉक्टर्स की सलाह लेनी चाहिए।
डायरिया से बचने का करें भरसक प्रयास, होने पर इलाज में न करें देरी
लखनऊ के लोहिया संस्थान के मेडिसिन विभाग के चिकित्सक डॉ. शोभित शाक्य ने बताया कि ये मौसम संक्रामक रोगों के लिए बेहद मुफीद होता हैं, यही कारण हैं कि अलर्टनेस ज्यादा जरूरी हैं। बारिश हुई हैं पर इससे उमस या गर्मी तत्काल जाने वाली नही हैं। इसके चलते डायरिया और डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियां भी ज्यादा फैलती हैं। इनसे बचाव के भरसक प्रयास करने होंगे बावजूद इसके यदि इसके चपेट में आते हैं तो भी इलाज में बिना देरी किए तत्काल किए शुरू जाने की जरूरत हैं।