पशुओं को छुट्टा छोड़ा तो जाएंगे जेल
स्वतंत्रदेश,लखनऊबरेली में पशुओं छुट्टा छोड़ने वालों पर पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दूध पीने के बाद पशुओं को छुट्टा छोड़ने वाले और सरकार से 900 रुपये महीने भत्ता लेने वाले पशुपालकों को चिह्नित करें। पहले उन्हें चेतावनी दें, फिर भी न मानें तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं और जेल भेजें। जब दो-चार के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो बाकी पशुपालक ऐसा करने से डरेंगे।विकास भवन में शुक्रवार दोपहर हुई बैठक में मंत्री ने कहा कि छुट्टा पशुओं से फसलों को हो रहे नुकसान का मुद्दा किसान बार-बार उठा रहे हैं। समाधान के लिए मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। गोचर भूमि को सभी एसडीएम अवैध कब्जों से मुक्त कराएं और उस पर हरा चारा उगवाएं। खाद और दूसरे उत्पाद तैयार कराके गो-आश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाएं। बैठक में ब्लाक प्रमुखों से 50-50 क्विंटल भूसा दान करने का आग्रह किया। डीसी मनरेगा गंगाराम ने प्रत्येक गांव में एक गो-आश्रय स्थल स्थापित करने के लिए मनरेगा के तहत काम कराने की बात कही।
सात गो-आश्रय स्थलों का निर्माण जल्द शुरू कराएं
जिले में सात वृहद गो-आश्रय स्थल बनाने के लिए 4.20 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है। मंत्री ने जल्द काम शुरू कराने के आदेश दिए। हरे चारे के लिए नेपियर घास लगाने, कांजी हाउस बेहतर तरीके से संचालित करने के निर्देश भी दिए।डीएम ने बताया कि ग्राम चौपाल के माध्यम से पशुपालकों से कहा जाएगा कि वे अपने पशुओं को छुट्टा न छोड़ें, यदि नहीं माने तो पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। बधियाकरण अभियान तेज करने, निराश्रित पशुओं को गो-आश्रय स्थल भिजवाने और पशु चिकित्साधिकारियों व बीडीओ को ब्लॉकों में गो-आश्रय स्थलों के लगातार भ्रमण के निर्देश भी दिए।