पॉश इलाकों में सबसे कम वोटिंग प्रतिशत
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:मतदान के कर्तव्य की बात आती है तो इसमें शहरी लोगों का योगदान अधिक नहीं दिखता। 2017 के निकाय चुनाव में लखनऊ नगर निगम में केवल 38.60 फीसदी मतदान हुआ था। इतने कम मतदान को देखते हुए जरूरत है कि लोग अपने मताधिकार के महत्व को समझें और शहर की बेहतर सरकार चुनने में सहयोगी बनें।
दूसरी ओर आठ नगर पंचायतों में मतदान का औसत 67.91 फीसदी रहा था। इनमें भी महोना, गोसाईंगंज और इटौंजा में तो मतदान 80 फीसदी के भी ऊपर था। सबसे अधिक मतदान महोना में 87.43 फीसदी रहा था। इधर, नगर निगम को देखें तो ऐशबाग, राजाजीपुरम इलाकों को शामिल कर बने जोन-2 में सबसे अधिक 41.62 मतदान हुआ था, जबकि सबसे कम मतदान सबसे पॉश माने जाने वाले गोमतीनगर व आसपास के इलाकों को जोड़कर बने जोन-4 में रहा था। यहां केवल 35.43 फीसदी ही मतदान हुआ। 2023 में निकाय चुनाव में मतदान को बढ़ाना एक चुनौती ही होगी।
महोना, मलिहाबाद की महिलाओं ने पेश की नजीर
महिलाओं के आंकड़ों को देखें तो पुरुषों की तुलना में मतदान करने में वे पीछे ही रही हैं। नगर निगम में जहां महिलाओं ने 35.77 फीसदी मतदान किया, वहीं पुरुषों का मतदान प्रतिशत 41.08 फीसदी रहा। नगर पंचायतों में महिलाओं के मतदान का अनुपात 66.48 फीसदी रहा, जबकि पुरुषों के मतदान का अनुपात 69.21 फीसदी रहा। केवल मलिहाबाद और महोना नगर पंचायत में ही महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया। मलिहाबाद में महिलाओं ने 63.02 फीसदी, पुरुषों ने 61.28 फीसदी मतदान किया। इसी तरह महोना में महिलाओं ने 88.02 फीसदी, पुरुषों ने 86.90 फीसदी मतदान किया था।