कानपुर-सागर हाईवे पर चढ़ा बाढ़ का पानी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यमुना और बेतवा नदी में आए उफान की वजह से शुक्रवार को शहर के कई मोहल्ले और करीब 30 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ का पानी कानपुर-सागर हाईवे के ऊपर से बहने लगा है। इस वजह से हाईवे पर पड़ने वाले पुलों से भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है।
महोबा के पत्थरमंडी से आने वाले वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है। केवल रोडवेज बसें, फल, सब्जी व दूध के वाहनों को ही पुल से निकाला जा रहा है। जिले में यमुना का जलस्तर प्रति घंटे 30 सेंटीमीटर व बेतवा का 20 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है।
जनपद में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। शासन ने आपदा राहत कोष से जिले को 74 लाख की धनराशि जारी की है। शुक्रवार की दोपहर बाद बेतवा नदी का पानी कुंडौरा गांव के आगे ओम हरिहर महाविद्यालय के पास नेशनल हाईवे 34 पर (किलोमीटर सात) चढ़कर बहने लगा है। मौदहा बांध (निर्माण खंड) के अधिशासी अभियंता करन पाल गंगवार ने बताया कि गुरुवार सुबह आठ बजे दोनों नदियों में 28.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
वहीं शुक्रवार को बेतवा में माताटीला बांध से 1.28 लाख क्यूसेक व राजस्थान के धौलपुर बांध से यमुना में 23.79 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। दोपहर एक बजे यमुना का जलस्तर 107.36 मीटर व बेतवा का 106.82 मीटर पहुंच गया। वहीं शुक्रवार को यमुना में छोड़ा गया पानी 48 घंटे बाद में आ जाएगा, जबकि बेतवा में छोड़ा गया पानी 28 घंटे बाद यहां से पास होगा। इससे दोनों नदियों में करीब डेढ़ मीटर तक बढ़ोतरी होगी। इससे संकट और गहराएगा।
ये हैं बाढ़ से प्रभावित गांव
शहर सहित आसपास के 30 गांवों के हजारों लोगों को घर छोड़कर राहत शिविरों व हाईवे किनारे डेरा जमाना पड़ा है। रेड जोन के 13 गांव केसरिया डेरा, भोला डेरा, रमेड़ी डांडा डिग्गी, ब्रह्मा डेरा, कुछेछा, सूरजपुर, अमिरता, चंदुलीतीर, हेलापुर, कलौलीतीर में घरों तक पानी पहुंच गया है। वहीं, यलो जोन में आने वाले 13 गांवों में रिठौरा, कनौटा, बदनपुर, जमरेही ऊमर, जमरेहीतीर, बचरौली, सिकरौढ़ी, चंदूपुर, कोतूपुर, पटिया व सुमेरपुर के कीरतपुर, बरदहा, सहजना में गलियों तक पानी पहुंच गया।