प्रमोशन रोकने वाले अफसरों पर सख्त हुए योगी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पीएसी के 900 जवानों के प्रमोशन में गैर जिम्मेदार निर्णय लेने की जानकारी होने पर जिम्मेदार अफ़सरों को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने सभी जवानों को प्रमोशन न देने और इसमें शामिल जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश डीजीपी को दिए हैं।उन्होंने कहा कि शासन के संज्ञान में लाए बगैर ऐसी कार्यवाही से पुलिस बल के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है, ऐसे में सभी का प्रमोशन तुरंत किया जाए। यूपी पुलिस में आए पीएसी के 900 जवानों को प्रमोशन मिलना था लेकिन उन्हें पीएसी में वापस भेजते हुए अधिकारी ने डिमोशन कर दिया।
पीएससी से जुड़े सूत्रों के अनुसार 900 पीएसी जवानों का प्रमोशन की फ़ाइल कोरोना महामारी से पहले से डीजी स्थापना के यहां रुकी थी। कोरोना महामारी के बीच यूपी पुलिस के स्थापना विभाग के पीएसी के डीजी के अधिकारियों ने सभी प्रमोशन की फाइलों को रद्द करते हुए, जवानों को यूपी पुलिस से पीएससी में वापस भेज दिया जिसके बाद से पीएससी के 900 जवानों में असंतोष और निराशा बढ़ गई।
शनिवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम योगी के सामने जब यह पूरा प्रकरण आया तब, उन्होंने ऐसे गैर जिम्मेदार निर्णय लेने वाले अफ़सर पर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए।
एडीजी स्थापना और एडीजी पीएसी से जुड़ा हुआ मामला
पीएसी के जवानों के प्रमोशन के मामले में सीएम योगी के नाराजगी के बाद एडीजी स्थापना पियूष आनंद और पीएसी के डीजी विनोद कुमार सिंह की कुर्सी खतरे में आ गई। पीएसी के जवानों के ट्रांसफर के बाद डिमोशन किए जाने से सीएम योगी सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करने की निर्देश दिए हैं।