उत्तर प्रदेशराज्य
किसानों के लिए ली गंगा की सौगंध
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:राजनीति वादों पर चलती है…जनता को वादे भा जाएं तो सरकार भी बदल सकती है। तभी वादों और उन्हें बेहतर ढंग से पेश करने की अहमियत राजनीतिक दलों से बेहतर और कोई नहीं जानता। उत्तर प्रदेश के मौजूदा चुनावी परिदृश्य में किसान एक बड़ा वोटबैंक साबित हो सकते हैं। तभी समाजवादी पार्टी का नया वादा किसानों से जुड़ा है। और इसे पेश करने के लिए वो 2013 में छत्तीसगढ़ में हिट हो चुके कांग्रेस के फॉर्मूले को अपना रही है।
किसानों को लुभाने के लिए उस समय कांग्रेस नेताओं ने मंच से लोन-माफी पर गंगाजल की सौंगध खाई थी। अब किसानों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने के लिए अखिलेश यादव ने अन्य नेताओं के साथ अन्न हाथ में लेकर संकल्प लिया है कि किसानों पर अत्याचार करने वाली पार्टी को सत्ता से हटाएंगे।