आइटीआइ की मान्यता पर रोक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:सख्त नियमों का हवाला देकर निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों आइटीआइ की मान्यता देने के दावे के उलट बड़े खेल का खुलासा हुआ है। प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बैंक गारंटी के नाम पर हुए खेल में नियमों को ताक पर रखकर अधिकारियों ने मनमानी मान्यता दे दी है। मुख्यमंत्री के पोर्टल पर बीते साल शिकायत की गई और पहले चरण में 213 संस्थानों की जांच की गई तो 61 में गड़बड़ी सामने आई है। इनके विरुद्ध जिले के नोडल अधिकारी को एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए गए। अधिकारियों की मिलीभगत की जांच के लिए विजिलेंस जांच की तैयारी शुरू हो गई है।
सूत्रों के अनुसार सत्यापन रिपोर्ट में फर्जी बैंक गारंटी के मामले सामने आने के बाद जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच शुरू हो गई है। फर्जी बैंक गारंटी स्वीकार करने के लिए प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय की भूमिका भी संदिग्ध है। गनीमत रही कि अभी केवल 61 संस्थानों को मान्यता मिली है और बाकी को मान्यता की तैयारी चल रही थी।