बाराबंकी में 125 रुपया में झोलाछाप ला रहे थे वैक्सीन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :सीएचसी सतरिख के गोछौरा गांव में झोलाछाप अपनी दुकान पर कोरोनारोधी टीका लगा रहा था। जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दुकान पर छापा मारकर उसे पकड़ा। मौके पर छह कार्ड बरामद हुए हैं। झोलाछाप ने वैक्सीन लगाने की बात स्वीकार की है। उधर, सीएमओ रामजी वर्मा ने प्रकरण की जांच कर मुकदमा कराने की बात कही है।
सीएचसी सतरिख अधीक्षक डा. सुनील कुमार जायसवाल को सूचना मिली कि महारूपुर गांव के विजेंद्र कुमार गोछौरा गांव में दुकान में लोगों का इलाज करते हैं। यहां काेरोनारोधी टीका भी लगाया जाता है। इसके बाद अधीक्षक ने टीम के साथ गांव में जाकर इसकी जांच की। पुष्टि होने पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजीव सिंह को सूचित किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी और सीएचसी अधीक्षक ने टीम के साथ पुलिस बल की मौजूदगी में दुकान पर छापा मारा। झोलाछाप विजेंद्र कुमार मौके पर मिला। अधिकारियों को जांच में दुकान से कोरोना का टीका लगाने के बाद मरीज को दिए जाने वाले नाम पते सहित छह कार्ड क्लीनिक पर मिले। अधिकारियों की पूछताछ में झोलाछाप ने सात लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाने की बात स्वीकार की है।
में कोविड वैक्सीन लगाने के लिए जो झोलाछाप पकड़ा गया है वह प्रति टीका 125 रुपए वसूल रहा था। सीएचसी अधीक्षक डा. सुनील जायसवाल ने बताया कि पूछताछ में 125 रुपए लेने की बात झोलाछाप ने बताई है।
चर्चा है कि उसने करीब 30 लोगों को टीका लगाया है। झोलाछाप ने बताया कि वैक्सीन उसे लखनऊ जिले का रहने वाला संदीप देता था। संदीप यह वैक्सीन कहां से लाता था यह अभी पता नहीं चला है। अधिकारी जांच में जुटे हैं। अधिकारियों ने झोलाछाप को जैदपुर कोतवाली पहुंचाया, जहां उसके विरुद्ध मुकदमा कराने की तैयारी की जा रही है। इस कार्रवाई के बाद अन्य झोलाछाप अपनी दुकानें बंद कर भाग गए। सीएमओ डा. रामजी वर्मा भी मौके पर जांच करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मामला गंभीर है हर हाल में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।