बाटला हाउस एनकाउंटर पर घिरीं ममता
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, चुनावी पारा भी चढ़ रहा है। चुनावी महासमर में शामिल पांच राज्यों में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है पश्चिम बंगाल की। राजनीति के रक्त चरित्र के लिए जाना जाने वाला पश्चिम बंगाल, दिल्ली के बाटला हाउस क्षेत्र में हुए आतंकियों के एनकाउंटर को लेकर भी चर्चा में है। बाटला हाउस मुठभेड़ पश्चिम बंगाल का चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है।
13 सितंबर 2008 को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सीरियल ब्लॉस्ट हुए थे। इन धमाकों में 39 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 150 से ज्यादा घायल हुए थे। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल 19 सितंबर 2008 को दिल्ली के जामिया नगर अंतर्गत बाटला हाउस पहुंची। इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा, टीम को लीड कर रहे थे। यहां आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए, जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी बलवंत गोली लगने से घायल हुआ था। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो आतंकियों (आतिफ अमीन व मुहम्मद साजिद) को मौके पर मार गिराया, जबकि एक आतंकी जीशान ने आत्मसमर्पण कर दिया था। दो आतंकी मौके से फरार हो गए थे। ये सभी आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य थे। दो फरवरी 2010 को यूपी पुलिस ने एक आतंकी शहजाद को गिरफ्तार कर लिया। जुलाई 2013 में शहजाद को उम्र कैद और 50 हजार रुपये जुर्माने की सजा हो गई। 13 फरवरी 2018 को स्पेशल सेल ने दूसरे फरार आतंकी आरिज खान को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। 15 मार्च 2021 को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने आरिज खान को 11 लाख रुपये जुर्माना और फांसी की सजा सुनाई है।
तमाम पार्टियों द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने की वजह से बाटला हाउस एनकाउंटर काफी चर्चा में रहा था। कई राजनीतिक दल, दिनदहाड़े हुए इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए, आतंकियों के निर्दोष होने का दावा कर रहे थे। ममता बनर्जी भी इनमें से एक थीं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 13 फरवरी 2018 को जब इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आरिज खान को गिरफ्तार किया, ममता बनर्जी ने उसके निर्दोष होने का दावा किया था। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कहा था कि बाटला हाउस एनकाउंटर फर्जी था। अगर ये एनकाउंटर सही साबित होता है, तो वो राजनीति छोड़ देंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 18 मार्च 2021 को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक चुनावी सभा की। इस दौरान पीएम ने बाटला हाउस एनकाउंटर को लेकर भी ममता बनर्जी पर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद ‘दीदी’ बेनकाब हो गई हैं। वह आतंकियों के साथ खड़ी होती हैं। बाटला हाउस एनकाउंटर के वक्त ‘दीदी’ आतंकियों के साथ खड़ीं थीं और मुठभेड़ पर सवाल खड़े किये थे। पुलवामा हमले के वक्त भी ‘दीदी’ ने ऐसा ही किया था। पुलवामा हमले के वक्त उन्होंने क्या कहा था, कोई भूला नहीं है। पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी से पहले 16 मार्च 2021 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल के कोतुलपुर में एक चुनावी जनसभा की थी। इस दौरान उन्होंने बाटला हाउस एनकाउंटर के संबंध में दिए गए ममता बनर्जी के बयान का हावाला देते हुए, उनसे पूछा था कि ‘ममता दीदी’ आप राजनीति कब छोड़ रही हैं?