पुलिस पर प्रताडऩा का आरोप
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : अलीगंज निवासी विशाल सैनी की आत्महत्या के मामले में लखनऊ कमिश्नरेट ने कोई कार्रवाई नहीं की। गुरुवार को विशाल के पिता अर्जुन आइपीएस प्राची सिंह के खिलाफ तहरीर लेकर अलीगंज कोतवाली पहुंचे और एफआइआर की मांग की। इस पर अलीगंज पुलिस ने उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया कि घटना स्थल हसनगंज का है। इसके बाद अर्जुन तहरीर लेकर हसनगंज कोतवाली पहुंचे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे तहरीर ले ली और उन्हें घर जाने को कहा। एफआइआर दर्ज करने के सवाल पर पुलिसकर्मी चुप्पी साधे रहे और विशाल को ही गलत साबित करने लगे।
पीडि़त परिवार का कहना है कि विशाल ने सुसाइड नोट में एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में उन्हें पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है। इस पूरे प्रकरण में पुलिस अधिकारियों की चुप्पी ने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पीडि़त परिवार का आरोप है कि विशाल को देहव्यापर गिरोह के झूठे केस में फंसाया गया है। स्पा या मसाज पार्लर में छापेमारी के दौरान पुलिस वीडियोग्राफी करती है ताकि आरोपों से बचा जा सके।
अब सवाल यह है कि जिस स्पा से विशाल को पकडऩे का पुलिस दावा कर रही है उसमें छापेमारी के दौरान क्या वीडियोग्राफी की गई थी? अगर हां, तो उस सबूत को पुलिस पीडि़त परिवार के सामने क्यों नहीं रख रही? इंस्पेक्टर इंदिरानगर अजय प्रकाश त्रिपाठी के मुताबिक छापेमारी के दौरान वीडियो बनाए गए थे। वीडियो किसके पास है, इसके बारे में जानकारी की जा रही है। गौरतलब है कि विशाल ने आइपीएस प्राची सिंह पर देहव्यापर गिरोह में फंसाने का आरोप लगाकर बुधवार को ट्रेन के सामने लेटकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में आइपीएस पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। फिलहाल पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।