गोरखपुर में केंद्रीय उर्वरक मंत्री
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में निर्माणाधीन हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (HURL) प्लांट का निरीक्षण किया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे।केंद्रीय मंत्री ने 30 करोड़ रुपए की लागत से दक्षिण कोरिया की तकनीक पर बनाए गए रबर डैम का भी अवलोकन किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खाद कारखाना को जुलाई 2021 में शुरू करने की योजना थी। लेकिन, इसे 30 जून को शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि HURL प्लांट का साल 2016 में शिलान्यास किया था। 7,085 करोड़ की लागत से बन रहे इस प्लांट में नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी हम 80-90 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का आयात कर रहे हैं। भारत की कुल खपत 320-330 लाख मीट्रिक टन है। प्रधानमंत्री का विजन है कि आयात को कम से कम करना चाहिए। इसलिए 2016 में कैबिनेट ने 5 उर्वरक यूनिट को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी। इसमें HURL भी शामिल था।
सदन में उठाते थे योगी खाद कारखाने के लिए आवाज
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने गोरखनाथ मंदर पहुंचकर बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद लिया। इसके साथ ब्रह्मलीन महंत अवेधनाथ की समाधि पर मत्था टेका। इस दौरान सदानंद गौड़ा ने कहा कि आज जब मैं गोरखपुर में उतरा तो हैरान था। जो विकास हुआ है वह असाधारण है। मैं CM योगी आदित्यनाथ को बहुत कम समय में ऐसा करने के लिए बधाई देता हूं। पिछले 70 वर्षों में जो हासिल नहीं किया जा सका, वह 4-5 वर्षों में किया गया है। CM योगी सांसद रहते हुए सदन में खाद कारखाने की आवाज उठाते थे। उन्हीं के संघर्षों और PM मोदी की देन गोरखपुर का खाद कारखाना है
1990 से बंद था कारखाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं करीब 8,000 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्लांट से लोगों को रोजगार मिलेगा। 1990 में जो कारखाना बंद हो गया था, प्रधानमंत्री मोदी के कारण 2016 में उसका शिलान्यास हुआ और काम शुरू हुआ।