दुकान के पास युवक की हत्या में पांच गिरफ्तार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : काकोरी मोड़ पर स्थित शराब की दुकान के पास शनिवार देर रात हुई मौंदा गांव निवासी अजीत राजपूत (24) की हत्या के मामले में पुलिस ने पूर्व ग्राम प्रधान के भाई समेत पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। उधर घटना से नाराज अजीत के घरवालों ने आरोपितों की गिरफ्तारी न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार किया है। पुलिस आरोपितों की तलाश में दबिश देने के साथ ही हत्याकांड की कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
काकोरी मोड़ के पास स्थित शराब ठेके पर शनिवार रात मंौंदा गांव निवासी अजीत की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के समय अजीत शराब दुकान के पास खड़े ठेले पर अंडे खा रहा था। इस बीच कुछ लोग वहां पर झगड़ा कर रहे थे। झगड़े के दौरान एक पक्ष ने कुछ लोगों को फोन कर बुला लिया। फिर मारपीट के बाद फायङ्क्षरग हुई। फायङ्क्षरग के दौरान गोली अजीत के सीने में जा धंसी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। अजीत के घरवालों ने आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया और जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
भाई का आरोप पूर्व प्रधान के भाई ने दौड़ाकर मारी गोली
चचेरे भाई अनुराग ने बताया कि अजीत को सलेमपुर पतौरा के पूर्व प्रधान के भाई राम बख्स ने दौड़ाकर गोली मारी थी। राम बख्स से भाई का विवाद चल रहा था। रात जब भाई अंडे की दुकान पर खड़ा था तो राम बख्स ने गाली गलौज की। उसके बाद राम बख्श के साथियों ने भाई पर हमला बोल दिया। अजीत भागा तो राम बख्श ने दौड़ाकर गोली मार दी। उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर गए, जहां उसने दम तोड़ दिया। अनुराग ने बताया कि भाई के परिवार में पिता गंगा सागर, मां तारा देवी, भाई सुजीत, श्यामबाबू, आर्यन हैं। अजीत टीपी नगर में एक कोरियर कंपनी में डाला चलाता था।
प्रापर्टी को लेकर भी चल रहा था विवाद
अजीत की बुआ धर्मा राजपूत ने बताया कि परिवार के मेवालाल से भी काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। कई बार मारपीट भी हो चुकी है। इससे नाराज मेवालाल और उसके परिवारजन ने 2019 में अजीत की गाड़ी पर तेल डालकर आग लगा दी थी। इसके बाद गांव के विकास, आकाश, मोनू, दुर्योधन, देवन लाल समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।