बह रहा था नाली का पानी,सात दिन का वेतन कटा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ । रविवार को निरीक्षण में शहर के कई इलाके फिर से गंदे मिले। साफ है कि सफाई महकमे से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी लापरवाह बने हुए हैं। हर दिन निरीक्षण में गंदगी मिल रही है और कार्रवाई का असर भी जोनल अधिकारी से लेकर सफाई निरीक्षक तक नहीं दिख रहा है। सफाई का ठेका पाए ठेकेदार भी लापरवाह बने हुए और कम कर्मचारियों से ड्यूटी लेकर सफाई का बजट हजम कर रहे हैं। बजट के इस खेल में अधिकारी भी मिले हैं। ऐसे में शहरवासियों को गंदगी के बीच जीवन यापन करना पड़ रहा है।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी और अपर नगर आयुक्त डा. अर्चना द्विवेदी ने रविवार को शहर के कई इलाकों में सफाई अभियान की हकीकत को परखा तो हर जगह गंदगी ही नजर आई। निरालानगर स्थित पुल पर साफ सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली तो अलीगंज रोड पर सड़कों की सफाई नहीं की गई थी। सीतापुर रोड स्थित ताड़ीखाना पर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करने के साथ ही गंदगी फैलाई जा रही थी। बालागंज चौराहे पर अतिक्रमण के साथ गंदगी फैलाई जा रही थी।
बालागंज चौराहे पर नाली का पानी रोड पर बह रहा था। इस लापरवाही के लिए खाद्य एवं सफाई निरीक्षक रंजीत पांडेय का सात दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। साथ ही रंजीत पांडेय को चार्जशीट देने के निर्देश दिए गए। बालागंज चौराहे से दुबग्गा की तरफ जाने पर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करने पर जोनल अधिकारी को जुर्माना वसूलने और एफआइआर दर्ज कराने को कहा गया। नगर निगम ने निरीक्षण के बाद दुकानदारों पर दस हजार का जुर्माना लगाया गया।